कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस विधायक बोले- जब रेप होना ही है तो उसका मजा लो
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केआर रमेश कुमार रेप को लेकर दिए गए अपने संवेदनशील बयान के कारण विवादों में हैं। 16 दिसंबर को उन्होंने विधानसभा के अंदर कहा कि जब रेप होना ही है तो लेटो और इसका मजा लो। सदन के अंदर दिए गए इस बयान पर कार्रवाई की बजाय विधानसभा अध्यक्ष समेत दूसरे विधायक भी ठहाके लगाकर हंसने लगे। लोग सोशल मीडिया पर इसका वीडियो शेयर कर इस आचरण की आलोचना कर रहे हैं।
क्या है मामला?
गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा की कार्रवाई के दौरान विधायक किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से अतिरिक्त समय की मांग कर रहे थे। इस पर कागेरी ने कहा, "आप लोग जो तय करेंगे, मैं हां, हां कहूंगा। मैं सोच रहा हूं कि हमें स्थिति का मजा लेना चाहिए। मैं सिस्टम को नियंत्रित नहीं कर सकता। मेरी चिंता सदन चलाने की है। यह काम भी होना चाहिए।"
कांग्रेस विधायक ने दिया विवादित बयान
जब स्पीकर हेगड़े अपनी बात खत्म कर ही रहे थे तो कांग्रेस विधायक कुमार ने खड़े होकर कहा, "एक कहावत है कि जब बलात्कार होना ही है तो लेटो और मजे लो। आप उसी स्थिति में हैं।" सदन में दिए उनके इस बेहूदा बयान पर स्पीकर और दूसरे विधायक भी हंसने लगे। हालांकि, कुमार का यह महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर इस तरह का पहला असंवेदनशील बयान नहीं है। वो पहले भी रेप से जुड़ी टिप्पणी कर चुके हैं।
पहले रेप पीड़िता से की थी खुद की तुलना
इससे पहले कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष रहते कुमार ने कहा कहा था, "मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी है। रेप सिर्फ एक बार होता है अगर आप उस बात को वहीं छोड़ देते हैं, लेकिन जब आप शिकायत करते हैं तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। उनके वकील पूछते हैं कि यह कैसे हआ? यह कब और कितनी बार हुआ? रेप एक बार होता है, लेकिन अदालत में 100 बार रेप होता है। यह मेरी हालत है।"
कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर ऊंची
कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर ऊंची है। राज्य पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी, 2019 से लेकर मई 2021 के बीच राज्य में रेप के 1,168 मामले सामने आए थे। औसत निकाला जाए तो कर्नाटक में रोज एक महिला के साथ हैवानियत का मामला दर्ज होता है। अगस्त में राज्य के मैसूर में गैंगरेप का मामला सामने आया था, जिसके बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी।
दो मंत्रियों ने दिए थे असंवेदनशील बयान
मैसूर में 23 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले मेें कर्नाटक के दो मंत्रियों की तरफ से असंवेदनशील बयान सामने आए थे। पहले गृह मंत्री गृह मंत्री अराज्ञा ज्ञानेंद्र ने कहा था कि पीड़िता को ऐसी सुनसान जगह पर नहीं जाना चाहिए था। इसके बाद पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने भी ज्ञानेंद्र के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि लड़की को रात में ऐसी एकांत जगह पर नहीं घूमना चाहिए था।