हैदराबाद: स्कूल फीस जमा न करने पर अपमानित की गई छात्रा ने की आत्महत्या
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में फीस जमा न करने पर कक्षाओं में बैठने से रोकी गई दसवीं की एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरूवार को उसका शव उसके घर पर लटका हुआ मिला। छात्रा के पिता एक दैनिक मजदूर हैं और लॉकडाउन के कारण वह उसकी पूरी फीस नहीं दे पाए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रशासन उनकी बेटी को बार-बार उन्हें फोन करने को मजबूर करता था और उसे अपमानित किया गया था।
छात्रा के पिता ने किया था 20 तारीख तक पूरी फीस देने का वादा
छात्रा के माता-पिता ने बताया कि फीस के तौर पर स्कूल के उन पर 37,000 रुपये बनते थे जिसमें से कुछ हजार रुपये वह दे चुके थे और स्कूल से बाकी फीस इस महीने के अंत तक चुकाने का वादा किया था। पिता ने कहा, "लॉकडाउन के कारण अपनी कमाई गंवाने के बावजूद हमने स्कूल को लगभग 15,000 रुपये दे दिए। हमने उनसे कहा कि बाकी फीस हम 20 तारीख तक दे देंगे।"
स्कूल प्रशासन ने किया मेरी बेटी को अपमानित- पिता
छात्रा के पिता ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने उनकी बेटी पर दबाव डाला, उसे अपमानित किया और उसे पैसे के लिए उन्हें फोन करने को मजबूर किया। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिन में उन्होंने मेरी बेटी से मुझे दो-तीन बार फोन कराया। मेरी बेटी कल स्कूल नहीं जाना चाहती थी। उसने मुझसे शिक्षक से यह कहने को कहा कि वह अस्पताल गई है क्योंकि वह उनके सामने नहीं पड़ना चाहती थी। शिक्षक उससे जबरदस्ती कॉल करा रहे थे।"
स्कूल प्रशासन पर छात्रा को कक्षाओं में बैठने से रोकने का आरोप
आरोपों के अनुसार, स्कूल प्रशासन ने छात्रा को कई बार स्कूल में घुसने से भी रोका था और उससे कहा था कि पूरी फीस आने तक वह कक्षा में नहीं बैठ सकती है। छात्रा की मां ने रोते हुए कहा, "स्कूल की फीस ने मेरी बेटी की जान ले ली। हमने कहा था कि हम 20 तारीख तक दे देंगे। मुझे नहीं पता कि मेरी बेटी को किस तरीके से अपमानित किया गया कि उसने अपनी जान ले ली।"
स्कूल प्रशासन के खिलाफ दर्ज किया गया केस
हैदराबाद पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मामले में स्कूल प्रशासन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर नरसिम्हा स्वामी ने बताया, "हमने माता-पिता की शिकायत के आधार पर स्कूल प्रशासन के खिलाफ केस दर्ज किया है और मामले में उनकी भूमिका की जांच की जाएगी।" उन्होंने कहा कि घटनास्थल से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और जांच के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकेगा।