
पाकिस्तानियों के लिए भारत छोड़ने का आखिरी दिन; अब तक 537 लौटे, अटारी-वाघा सीमा पर भावुक माहौल
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। शॉर्ट टर्म वीजा लेकर भारत आए पाकिस्तानियों के लिए देश छोड़ने की आज यानी 27 अप्रैल आखिरी तारीख है।
बीते 3 दिनों में अटारी-वाघा सीमा के जरिए 537 पाकिस्तानी भारत से रवाना हो चुके हैं और 850 के करीब भारतीय नागरिक भी वापस लौट चुके हैं।
वहीं, मेडिकल वीजा लेकर भारत आए पाकिस्तान के लोगों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ना होगा।
संख्या
अटारी-वाघा सीमा से कितने लोग गए?
25 अप्रैल को 191 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से भारत से गए। 26 अप्रैल को 81 और लोगों ने देश छोड़ा।
25 अप्रैल को 287 भारतीय पाकिस्तान से लौटे और 26 अप्रैल को 13 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 342 भारतीय पाकिस्तान से वापस आए।
कुछ लोग हवाई मार्ग के जरिए भी लौट गए हैं।
आज जिन्हें भारत छोड़ना है, उनमें वीजा ऑन अराइवल, व्यापार, फिल्म, पत्रकार, छात्र समेत 12 श्रेणी के लोग शामिल हैं।
राज्य
किस राज्य से कितने लोग रवाना हुए?
अब तक महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गोवा, गुजरात और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों ने देश छोड़ दिया है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा करीब 1,000 पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर थे, जिनमें से कई ने देश छोड़ दिया है। राज्य के मंत्री योगेश कदम ने कहा कि अल्पकालिक वीजा वाले 1,000 पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
महाराष्ट्र में 107 पाकिस्तानियों की जानकारी नहीं मिलने की भी खबर है।
पाकिस्तानी नागरिक
किस राज्य में कितने पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं?
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से करीब 1,000 के पास अल्पकालिक, जबकि करीब 5,050 के पास लंबी अवधि के वीजा हैं।
इनमें से करीब 2,450 नागपुर, 1,100 ठाणे, 390 जलगांव, 290-290 नवी मुंबई और पिंपरी चिंचवाड़, 120 अमरावती और 15 मुंबई में हैं।
इसके अलावा तेलंगाना में 208, केरल में 104, मध्य प्रदेश में 288, ओडिशा में 12, गोवा में 3 और गुजरात में 7 पाकिस्तानियों की पहचान की गई है।
सीमा
अटारी सीमा पर भावनात्मक दृश्य
अटारी-वाघा सीमा पर आज सुबह से ही लोगों की भीड़ है। लोग सामान के साथ कतारों में नजर आए। इस दौरान कई भावुक दृश्य देखने को मिले।
पाकिस्तानी किशोरी सरिता ने रोते हुए कहा, "मेरी मां भारतीय हैं और उन्हें हमारे साथ पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।"
जैसलमेर के एक शख्स ने कहा कि उसके मामा, मामी और उनके बच्चे 36 साल बाद मिलने आए थे, लेकिन उन्हें जल्दी लौटना पड़ रहा है।
मजबूरी
मां को छोड़कर पाकिस्तान जाने को मजबूर हुए मासूम बच्चे
लोगों के अटारी सीमा पार करने के दौरान एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला भी सामने आया।
उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी सना अपने दो बच्चों के साथ पाकिस्तान स्थित अपने ससुराल लौट रही थी, लेकिन जांच के बाद अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
दरअसल, सना के पास भारतीय पासपोर्ट था, जबकि उन्हें बच्चों (3 वर्षीय बेटे और एक वर्षीय बेटी) के पास पाकिस्तान का पासपोर्ट था। ऐसे में उसके बच्चों को मां के बिना ही पाकिस्तान लौटना पड़ा।
कारण
कराची में हुई थी सना की शादी
सना के पिता ने साल 2020 में उसकी शादी कराची निवासी अपनी बहन के बेटे से की थी।
14 अप्रैल को वह अपने दोनों बच्चों के साथ 45 दिवसीय वीजा पर भारत आई थी, लेकिन सरकार के आदेश के कारण उसने पहले ही लौटना पड़ा था।
पाकिस्तान के नागरिकता नियमों के अनुसार, सना शादी के 9 साल पूरे होने तक पाकिस्तानी पासपोर्ट के लिए आवेदन नहीं कर सकती हैं। ऐसे में उसे भारत में ही रुकना पड़ा है।