
कुणाल कामरा मामले में BMC की कार्रवाई, मुंबई हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ करने पहुंची
क्या है खबर?
कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को "गद्दार" कहे जाने के मामले में अब बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) का भी प्रवेश हो गया है।
BMC के अधिकारी नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए सोमवार को मुंबई के द यूनि कॉन्टेनिंटल होटल पहुंच गए, जहां मुंबई हैबिटेट स्टूडियो बना हुआ है।
BMC की टीम हथौड़ा लेकर स्टूडियो पहुंची थी। वे स्टूडियो के अंदर अनधिकृत निर्माण की तोड़फोड़ करने आई है और सत्यापन कर रही है।
अवैध
BMC को क्या मिला अवैध?
BMC के अधिकारी नीचे और 3 मंजिला इमारत की समीक्षा कर रहे हैं और प्रवेश द्वार पर एक अस्थायी शेड पाया है। बताया जा रहा है कि इसे स्वीकृति के बिना बनाया गया है।
BMC के एक अधिकारी ने बताया कि मालिकों ने इसे स्वयं हटाने के लिए समय मांगा और हैबिटेट स्टूडियो 2 होटलों के बीच अतिक्रमण वाले स्थल पर है।
अधिकारी सत्यापित कर रहे हैं कि इमारत की संरचना इसकी स्वीकृत योजनाओं के अनुरूप है या नहीं।
ट्विटर पोस्ट
मुंबई हैबिटेट स्टूडियो पहुंची BMC की टीम
#WATCH | Mumbai: BMC officials arrive at Unicontinental Studio in Khar area of Mumbai. The officials have arrived here with hammers. Details awaited. pic.twitter.com/dLb1O2z3uT
— ANI (@ANI) March 24, 2025
विवाद
क्या है मामला?
कामरा ने हाल में मुंबई में स्थित द यूनिकॉन्टिनेंटल होटल के अंदर बने मुंबई हैबिटेट स्टूडियो में 'नया भारत' नाम का कार्यक्रम किया था, जिसमें उन्होंने शिंदे का नाम लिए बगैर उन्हें "गद्दार" बताया।
इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने होटल और स्टूडियो में तोड़फोड़ की।
महाराष्ट्र पुलिस ने कामरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और तोड़फोड़ मामले में 20 शिवसेना कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
मुंबई हैबिटेट स्टूडियो ने बर्बरता पर नाराजगी जताते हुए स्टूडियो बंद कर दिया है।
बंद
स्टूडियो ने खुद बंद करने की घोषणा की
कुणाल कामरा के शो के बाद शिंदे गुट के शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद स्टूडियो ने अपना बयान जारी किया।
स्टूडियो ने कहा कि निशाना बनाकर की गई हाल की बर्बरतापूर्ण घटनाओं से स्तब्ध, चिंतित और बेहद टूटे हुए हैं।
स्टूडियो ने कहा कि कलाकार अपने विचारों और रचनात्मक विकल्पों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है, वे कभी भी किसी कलाकार द्वारा प्रस्तुत सामग्री में शामिल नहीं रहे, स्टूडियो कलाकारों के प्रतिनिधि नहीं हैं।