NIA की पूछताछ के दौरान कोरोना संक्रमित पाई गई आतंकी संगठन IS से जुड़ी संदिग्ध
क्या है खबर?
खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़ी संदिग्ध हिना बशीर बेग को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। वो इस समय राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में है।
संक्रमण की पुष्टि होने के बाद हिना को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
श्रीनगर की रहने वाली 39 वर्षीय हिना और उसके पति जहांजेब समी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने IS के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था।
जांच
IS की साजिश से जुड़े कई मामलों की जांच कर रही NIA
दिल्ली के जामिया नगर से पकड़े गए इस दंपत्ति पर नागरिकता संसोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुए प्रदर्शनों को भड़काने का भी आरोप है।
NIA इन दिनों भारत में IS की साजिशों से जुड़े कई मामलों की जांच कर रही है। इसलिए उसने बेग और समी के साथ-साथ एक और संदिग्ध मोहम्मद अब्दुल्ला बासित को तिहाड़ जेल से अपनी हिरासत में लिया था।
बासित को भारत में हमलों के आरोप में अगस्त, 2018 में गिरफ्तार किया गया था।
संक्रमण
पूछताछ के दौरान हिना में दिखे लक्षण
जब NIA तिहाड़ जेल से इनको हिरासत में ले रही थी, तब जेल प्रशासन ने इनका कोरोना वायरस टेस्ट करवाया था।
उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद NIA ने अपने मुख्यालय में इनसे IS के साथ इनके संबंधों को लेकर विस्तार से पूछताछ की।
इसी दौरान हिना में कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए। जब टेस्ट किया गया तो उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। बाकी दोनों आरोपियों में अभी तक कोई लक्षण नहीं देखे गए हैं।
पूछताछ
7-8 अधिकारियों की टीम ने की थी पूछताछ
अभी तक यह पता नहीं चला कि बेग को संक्रमण कहां से हुआ। उसके संक्रमित पाए जाने के बाद उनसे पूछताछ में जुटी टीम को कोरोना वायरस टेस्ट कराने और क्वारंटाइन में रहने को कह दिया गया है।
सूत्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि पुलिस अधीक्षक (SP) रैंक के अधिकारी समेत सात-आठ अधिकारियों ने पिछले हफ्ते हिना से पूछताछ की थी।
वहीं NIA की तरफ से अभी तक इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
हिरासत
NIA ने हिरासत में लेने की बताई यह वजह
NIA ने इनको हिरासत में लेने के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि ये तीनों IS की विचारधारा से प्रभावित थे और प्रतिबंधित संगठन के लिए काम कर रहे थे।
इसके लिए इन्होंने कई ईमेल और सोशल मीडिया आईडी बनाईं, जिससे ये दूसरे लोगों से जुड़कर IS से जुड़ी सामग्री का प्रचार कर सके।
मार्च में इनकी गिरफ्तारी के समय दिल्ली पुलिस ने कहा था कि ये एक समुदाय को दूसरे के प्रति उकसा रहे थे।