NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे से पहले जानिए कैसा रहा है भारत-अमेरिका के संबंधों का इतिहास
    अगली खबर
    राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे से पहले जानिए कैसा रहा है भारत-अमेरिका के संबंधों का इतिहास

    राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे से पहले जानिए कैसा रहा है भारत-अमेरिका के संबंधों का इतिहास

    लेखन भारत शर्मा
    Feb 22, 2020
    07:52 pm

    क्या है खबर?

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच रहे हैं। उनके साथ पत्नी मेलानिया और बेटी इवांका भी आ रही हैं।

    इस दौरे को भारत-अमेरिका के संबंधों को मजबूती देने वाला माना जा रहा है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि दौरे पर क्या समझौते होंगे, लेकिन उनके स्वागत की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।

    ट्रंप के दौरे से पहले यहां हम आपको बता रहे हैं भारत-अमेरिका के संबंधों का इतिहास कैसा रहा है।

    अमेरिकी राष्ट्रपति

    ये अमेरिकी राष्ट्रपति कर चुके हैं भारत का दौरा

    बता दें कि ट्रंप से पहले छह अमेरिकी राष्ट्रपति सात बार भारत का आधिकारिक दौरा कर चुके हैं।

    सबसे पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट डी आइजनहावर ने साल 1959 में भारत का दौरा किया था।

    उसके बाद साल 1969 में पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन, 1978 में जिमी कार्टर, 2000 में बिल क्लिंटन और 2006 में जॉर्ज डब्ल्यू बुश भारत दौरे पर आए थे।

    पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने साल 2010 और 2015 में भारत का दौरा किया था।

    शुरुआत

    सात दशक पहले हुई थी भारत-अमेरिका के राजनीतिक संबंधों की शुरुआत

    भारत-अमेरिका के राजनीतिक संबंधों की शुरुआत करीब 70 साल पहले 1949 में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के अमेरिकी दौरे के साथ हुई थी।

    नेहरू उस समय तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति हेनरी टूमैन के मेहमान बने थे। उस समय दोनों देशों की विचारधारा में अंतर होने के कारण उनके संबंध औपचारिक ही रहे।

    इसके बाद नेहरू ने साल 1956, 1960 और 1961 में अमेरिका की यात्राएं की, लेकिन दोनों देशों के संबंध ज्यादा मजबूत नहीं हो सके।

    नजदीकियां

    साल 1962 में बढ़ी भारत-अमेरिका के बीच नजदीकियां

    पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के कार्यकाल के दौरान साल 1959 में अमेरिकी राष्ट्रपति डी आइजनहावर ने भारत का पांच दिवसीय दौरा किया था।

    उस दौरान उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री नेहरू से मुलाकात कर संसद को संबोधित किया था।

    1962 में चीन के साथ युद्ध के दौरान नेहरू ने राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को खत लिखकर मैकमोहन लाइन को सीमा रेखा मानने का अनुरोध किया था।

    1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध तक दोनों देशों के बीच नजदीकियां रही।

    हरित क्रांति

    नॉरमन बोरलॉग के भारत आगमन से हुई हरित क्रांति की शुरुआत

    भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जून 1963 में अमेरिका की यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति बने थे।

    उसी साल अमरीकी कृषि विशेषज्ञ नॉरमन बोरलॉग ने भारत का दौरा कर भारतीय कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन से मुलाकात की। उसी मुलाकात का असर था कि भारत में 'हरित क्रांति' का आगाज हुआ।

    दोनों विशेषज्ञों की इस मुलाकात ने भी दोनों देशों के बीच के संबंधों को मजबूत करने का काम किया था।

    संबंधों में खटास

    प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में परमाणु परीक्षण के साथ ही बिगड़े संबंध

    पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साल 1966 और 1971 में अमेरिका का दौरा कर संबंधों को मजबूत बनाने का प्रयास किया। इसी कारण 1969 में अमरीकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन भी भारत के दौरे पर आए थे।

    हालांकि, साल 1971 में भारत-पाकिस्तान के तीसरे युद्ध में अमेरिका के पाकिस्तान का सहयोग करने पर संबंधों में थोड़ी खटास आ गई थी। यही कारण था कि 18 मई, 1974 को भारत के परमाणु परीक्षण करने पर अमेरिका ने इसका खुलकर विरोध किया था।

    मोरारजी देसाई

    मोरारजी देसाई के कार्यकाल में भी आई थी संबंधों में कड़वाहट

    इंदिरा गांधी के बाद प्रधानमंत्री बनने वाले मोरारजी देसाई ने 1978 में अमेरिका यात्रा की। इस यात्रा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर भी भारत आए और उन्होंने परमाणु अप्रसार अधिनियम लाकर भारत सहित तमाम देशों के परमाणु संयंत्रों के परीक्षण की मांग की।

    भारत के इनकार करने पर अमेरिका ने भारत से सभी तरह का परमाणु सहयोग खत्म कर दिए। उसके बाद से भारत और अमेरिका के राजनीतिक संबंधों में कड़वाहट बढ़ गई थी।

    मिले-जुले संबंध

    राजीव गांधी और नरसिम्हा राव के कार्यकाल में मिले-जुले रहे संबंध

    प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव गांधी ने साल 1985 में दो बार और फिर 1987 और 1988 में अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) सम्मेलन में शामिल होकर संबंधों में मिठास लाने का प्रयास किया, लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली।

    हालांकि, 1991 में आर्थिक उदारीकरण के चलते अमेरिका से कारोबारी रिश्ते सुधरे थे।

    इसके बाद साल 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने UNSC में राष्ट्रपति बुश से मुलाकात की और 1994 में अमेरिका का राजकीय दौरा किया।

    आर्थिक प्रतिबंध

    अटल बिहारी वाजपेयी के समय अमेरिका ने भारत पर लगाए आर्थिक प्रतिबंध

    पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय साल 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किए जाने से अमेरिका खासा नाराज हुआ था। यही कारण था कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे।

    हालांकि, इसके बाद 1999 में करगिल युद्ध के समय अमेरिका ने भारत का सपोर्ट किया था।

    2000 में वाजपेयी के अमेरिका जाने के बाद उसी साल क्लिंटन ने भी भारत का दौरा किया था।

    वाजपेयी 2001 में भी अमेरिका गए थे।

    मनमोहन सिंह सरकार

    मनमोहन सिंह सरकार ने ओबामा ने किया भारत का दौरा

    साल 2001 में राष्ट्रपति बुश द्वारा भारत से आर्थिक प्रतिबंध हटाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साल 2005, 2008 और 2010 समेत कई बार अमेरिका का दौरा किया था।

    यही कारण था कि 2005 में भारत-अमेरिका ने रक्षा सहयोग पर समझौता किया और 2006 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भारत का दौरा कर परमाणु समझौते पर दस्तखत किए।

    साल 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने मुंबई आकर भारत-अमेरिकी कारोबारी सम्मेलन को संबोधित किया था।

    वर्तमान

    दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने की ओर बढ़ रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बधाई दी और अमेरिका आने का न्यौता दिया था।

    इसके बाद 2015 में ओबामा ने भारत का दौरा कर संबंधों को मजबूत करने की पहल की।

    2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने व्हाइट हाउस का दौरा किया था और 2018 में दोनों देशों ने दिल्ली में 'टू प्लस टू' वार्ता कर संबंधों को और बेहतर किया।

    जानकारी

    जब अमेरिका के लोग बोले 'हाउडी मोदी'

    सितंबर 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में राष्ट्रपति ट्रंप की मौजूदगी में लगभग 50,000 लोगों को संबोधित किया था। इस कार्यक्रम की तर्ज पर ही 24 फरवरी को 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    नरेंद्र मोदी
    डोनाल्ड ट्रंप
    इंदिरा गांधी

    ताज़ा खबरें

    शहीद कर्नल संतोष बाबू बनने को तैयार सलमान खान, जानिए उनके बारे में सलमान खान
    IPL 2025: CSK बनाम RR मुकाबले की पिच रिपोर्ट, जानिए अरुण जेटली स्टेडियम के आंकड़े  IPL 2025
    सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की टेलीकॉम कंपनियों की याचिका, जानिए क्या है मामला  वोडाफोन-आइडिया
    बेंजामिन नेतन्याहू का दावा, इजरायल जल्द गाजा पर पूर्ण नियंत्रण कर लेगा बेंजामिन नेतन्याहू

    भारत की खबरें

    चार बार विजेता और तीन बार उप-विजेता; अंडर-19 विश्व कप इतिहास में भारत का प्रदर्शन क्रिकेट समाचार
    भाजपा के तीन और कांग्रेस के एक सांसद ने तैयार किए बेरोजगारी भत्ते पर अपने-अपने बिल लोकसभा
    पेंशन बजट कम करने के लिए सैन्यकर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाना चाहते हैं बिपिन रावत भारतीय सेना
    स्थिति का जायजा लेने इसी सप्ताह जम्मू-कश्मीर जाएगा 20 देशों के राजनयिकों का दूसरा दल कश्मीर

    नरेंद्र मोदी

    उत्तर प्रदेश: ट्रक-बस की टक्कर में 20 यात्री जिंदा जले, DNA से होगी शवों की पहचान योगी आदित्यनाथ
    नागरिकता कानून पर फिर दी प्रधानमंत्री मोदी ने सफाई, कहा- किसी की नागरिकता छीन नहीं रहे पश्चिम बंगाल
    नागरिकता कानून के समर्थन में आए बाबा रामदेव, दीपिका पादुकोण को दी ये सलाह दीपिका पादुकोण
    परीक्षा पे चर्चा 2020: 20 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में ऐसे हों शामिल शिक्षा

    डोनाल्ड ट्रंप

    ट्रम्प को पद से हटाने की हो रही तैयारी, जानें क्यों और क्या है इसकी प्रक्रिया रूस समाचार
    ट्रम्प के प्रधानमंत्री मोदी को 'फादर ऑफ नेशन' कहने पर महात्मा गांधी के परपोते का जवाब नरेंद्र मोदी
    मोदी के 'अबकी बार ट्रम्प सरकार' पर जयशंकर की सफाई, बोले- इसके गलत मतलब न निकालें भारत की खबरें
    मैक्सिको ने 311 भारतीयों को वापस भेजा, अमेरिका में अवैध प्रवेश की थी तैयारी भारत की खबरें

    इंदिरा गांधी

    शीला दीक्षित की ताजपोशी कार्यक्रम में दिखे सिख दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर, विवाद राहुल गांधी
    इन कारणों से कांग्रेस का 'ट्रंप कार्ड' साबित हो सकती हैं प्रियंका गांधी योगी आदित्यनाथ
    पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान पर भारत में विदेशी मुद्रा की तस्करी का आरोप पाकिस्तान समाचार
    लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी का वार, महागठबंधन को बताया महामिलावट नरेंद्र मोदी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025