नागरिकता कानून के समर्थन में आए बाबा रामदेव, दीपिका पादुकोण को दी ये सलाह
क्या है खबर?
फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के घायल छात्रों के समर्थन में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में जाने पर योग गुरू बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया है।
सोमवार को दीपिका को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि बड़े फैसले लेने से पहले उन्हें देश के सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर पूरी जानकारी लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि दीपिका को उन्हें अपना सलाहकार नियुक्त करना चाहिए ताकि अहम मुद्दों पर उन्हें अच्छी राय मिल सके।
पृष्ठभूमि
7 जनवरी को JNU कैंपस गईं थीं दीपिका पादुकोण
गौरतलब है कि 5 जनवरी को JNU कैंपस में नकाबपोश गुंडों के हमले में घायल हुए छात्रों के साथ समर्थन जताने के लिए दीपिका पादुकोण 7 जनवरी JNU पहुंचीं थीं।
इस दौरान वो JNU छात्र संघ प्रमुख आइशी घोष से मिलीं थीं जो गुंडों के हमले में घायल हुईं थीं।
वो करीब 10-15 मिनट कैंपस में रुकीं और इस दौरान कन्हैया का एक भाषण भी सुना। उनके दौरे की सरकार समर्थकों ने जमकर आलोचना की थी।
बयान
दीपिका के दौरे पर क्या बोले रामदेव?
अब दीपिका के JNU जाने पर बयान देते हुए रामदेव ने कहा, "अभिनेत्री के तौर पर दीपिका की योग्यता एक अलग बात है। हालांकि उन्हें पहले सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों को अच्छे से समझ लेना चाहिए और हमारे देश को अधिक समझना चाहिए। ये ज्ञान हासिल करने के बाद उन्हें बड़े फैसले लेने चाहिए। मुझे लगता है कि अच्छी सलाह के लिए दीपिका को स्वामी रामदेव जैसे लोगों को सलाहकार रखना चाहिए।
नागरिकता कानून
रामदेव ने नागरिकता कानून का भी किया समर्थन
इस दौरान रामदेव ने नागरिकता कानून पर सरकार का भी जमकर समर्थन किया।
उन्होंने कहा, "जिन लोगों को CAA का फुल फॉर्म नहीं पता है, वो लोग इसका विरोध कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कह चुके हैं कि इस कानून का मकसद किसी की नागरिकता छीनना नहीं है बल्कि नागरिकता देना है। लेकिन लोग फिर भी आग भड़का रहे है।"
बयान
प्रदर्शन कर रहे JNU छात्रों पर भी साधा निशाना
रामदेव ने आगे कहा, "हिन्दू अल्पसंख्यक भारत में नहीं आएंगे तो कहां पर जाएंगे। एक भी अवैध नागरिक भारत में नहीं रहना चाहिए। JNU में पढ़ाई को ठप करके आजादी के नारे लगाने वाले छात्र अपने समय को बर्बाद कर रहे हैं। साथ ही देश की छवि को खराब कर रहे हैं। इस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। JNU में कभी नेहरू तो कभी जिन्ना के नाम पर आजादी मांगी जाती है। इससे देश का नाम खराब होता है।''
बयान
सावरकर के बिना भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन अधूरा- रामदेव
रामदेव ने इस दौरान वीडी सावरकर की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके बिना भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन अधूरा था। उन्होंने कहा, "एक व्यक्ति के पूरे चरित्र को एक-दो चीजों के लिए कलंकित करना एक बेहद ही खराब कार्य है।