मैक्सिको ने 311 भारतीयों को वापस भेजा, अमेरिका में अवैध प्रवेश की थी तैयारी
अमेरिका में प्रवेश करने के लिए मैक्सिको में अवैध रूप से रह रहे 311 भारतीयों को वापस नई दिल्ली भेज दिया गया है। इन लोगों को लेकर आई बोइंग 747-400 फ्लाइट आज सुबह पांच बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची। मैक्सिको ने अमेरिका की धमकी के बाद अवैध रूप से रह रहे इन भारतीयों को निर्वासित किया है। अमेरिका ने मैक्सिको से अपने देश की सीमा से अमेरिका में अवैध प्रवेश पर लगाम लगाने को कहा था।
पहली बार मैक्सिको ने हवाई मार्ग से निर्वासित किए इतने लोग
ये पहली बार है जब मैक्सिको ने अमेरिकी महाद्वीप से बाहर किसी देश के अवैध प्रवासियों को इतनी बड़ी संख्या में निर्वासित किया है। निर्वासित किए गए भारतीयों में एक महिला भी शामिल है। दिल्ली पहुंचने के बाद ये लोग कई घंटे हवाई अड़्डे पर ही रहे और सरकारी एजेंसियां उनसे संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर रही हैं। जारी की गई तस्वीरों में इन लोगों को बिना सामान के विमान से उतरते हुए देखा जा सकता है।
अमेरिका ने बताया मानव तस्करों को सख्त संदेश
मैक्सिकों में अवैध रूप से रह रहे इन भारतीयों के निर्वासन पर अमेरिका ने सबसे पहले प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग के कमिश्नर मार्क मॉर्गन ने ट्वीट करते हुए इसे मानव तस्करों के लिए एक सख्त संदेश बताया। उन्होंने कहा कि ये कदम सीमा को सुरक्षित और व्यवस्थित रखने और वैध प्रवासन के प्रति मैक्सिको और उसके नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माइग्रेशन (INM) की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
वापस भेजे गए भारतीयों के पास नहीं थे पर्याप्त दस्तावेज
INM के अनुसार, जिन भारतीयों को वापस भेजा गया है उनके पास मैक्सिको में रुकने के लिए पर्याप्त दस्तावेज नहीं थे और वो अवैध रूप से देश में रह रहे थे। इन 311 भारतीयों को पिछले कुछ महीने के अंदर ओकासा, बाजा कैलिफॉर्निया, वरॉक्रूज, चिपास, सोनोरा, मेक्सिको सिटी, दुरंगो और टैबास्को में पकड़ा गया था। इनका मकसद अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल होना था। इनमें से सबसे अधिक पंजाब से हैं।
माइग्रेशन एजेंट्स को दिए थे 25-30 लाख रूपये
INM ने अपने बयान में बताया है कि ये भारतीय 60 फेडरल माइग्रेशन एजेंट्स के जरिए मैक्सिको पहुंचे थे। इन सभी ने एजेंट्स को 25-30 लाख रुपये दिए थे। इस रकम में हवाई यात्रा के साथ-साथ मैक्सिको में ठहरने की व्यवस्था, खाने-पीने का इंतजाम भी शामिल था। माइग्रेशन एजेंट्स ने उनसे एक सप्ताह से एक महीने के अंदर अमेरिका की सीमा में प्रवेश और नौकरी दिलाने का वादा किया था।
ट्रम्प ने जून में दी थी मैक्सिको को धमकी
बता दें कि अमेरिका और मैक्सिको में दोनों देशों की साझा सीमा से लोगों के अमेरिका में अवैध प्रवेश को लेकर तनाव बना हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दोनों देशों की सीमा पर दीवार बनाने की योजना भी है। जून में उन्होंने धमकी देते हुए कहा था कि अगर मैक्सिको ने अपने देश की सीमा से अमेरिका में घुसने वाले लोगों पर लगाम नहीं लगाई तो वह देश से होने वाले सभी आयातों पर सीमा शुल्क लगा देंगे।
अवैध रूप से प्रवेश के लिए 2,400 भारतीय अमेरिकी जेलों में बंद
पिछले साल अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार भारतीयों की संख्या एक साल में तीन गुना बढ़कर 9,000 हो गई है। इनमें से लगभग आधे मैक्सिको के जरिए दाखिल हुए थे। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, अवैध प्रवेश के लिए करीब 2,400 भारतीय अमेरिका की जेलों में बंद हैं। इनमें से अधिकांश पंजाब से हैं जिन्होंने अपने खिलाफ हिंसा का दावा किया है।