लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी का वार, महागठबंधन को बताया महामिलावट
गुरुवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। इस लोकसभा के संभवतः अपने आखिरी संबोधन में वह 100 मिनट बोले और इस दौरान कांग्रेस के 55 साल के राज और अपने 55 महीने के शासनकाल की तुलना की। अपने भाषण के दौरान मोदी ने महागठबंधन को महामिलावट का नाम दिया और कहा कि लोग महामिलावट की सरकार नहीं चाहते।
कांग्रेस पर सेना के अपमान का आरोप
मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस के 55 साल के राज को 'सत्ताभोग के वर्ष' और अपने 55 महीने के कार्यकाल को 'सेवाभाव के साल' बताया। उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस पर एक गंभीर आरोप लगा रहा हूं। कांग्रेस नहीं चाहती कि वायुसेना मजबूत हो। आप ये क्यों चाहते हैं कि राफेल समझौता रद्द हो जाए।" उन्होंने आगे कहा, "इससे किसका लाभ होगा? आप किसके के लिए खेल रहे हैं? आप सेना के साथ इस तरीके के खेल खेलते हैं, क्यों?"
'उल्टा चोर कोतवाल को डांट रहा है'
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए मोदी ने कहा, "इतिहास इस बात का गवाह है कि कांग्रेस और उसके सत्ता के भूखे सहयोगियों ने बिना बिचौलिए के कभी कुछ नहीं किया। मुझे आश्चर्य होता है कि कि राहुल गांधी इतने विश्वास के साथ राफेल पर झूठ कैसे बोल लेते हैं। पिछले 55 साल में बिना बिचौलिए के कोई डील नहीं हुई।" संस्थानों के साथ खिलवाड़ करने के आरोपों पर मोदी ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांट रहा है।
'कांग्रेस ने आपातकाल लगाया, लेकिन मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है'
प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस ने आपातकाल लगाया लेकिन मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। कांग्रेस ने सेना का अपमान किया, सेना प्रमुख को गुंडा कहा, कहानियां बनाई कि सेना तख्तापलट की कोशिश कर रही है, लेकिन वे कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है।" उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस ने चुनाव आयोग और EVM पर सवाल खड़े किए, न्यायतंत्र को डराया, योजना आयोग को जोकर कहा, लेकिन मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है।"
इंदिरा गांधी ने बर्खास्त की 50 से ज्यादा सरकारें
मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने चुनी हुई सरकारों को 50 से ज्यादा बार बर्खास्त किया। उन्होंने कांग्रेस पर चाचाओं और मामाओं के साथ रक्षा सौदे करने का आरोप लगाया। उन्होने इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और उनकी तुलना कांग्रेस से करते हुए कहा कि अगर जवाहर लाल नेहरू की सरकार इस रफ्तार से काम करती तो देश की आधी मुश्किलें शुरुआती 20 साल में ही दूर हो जाती।
'महागठबंधन नहीं महामिलावट'
महागठबंधन की विपक्ष की कोशिशों पर भी मोदी ने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "देश ने 30 सालों तक मिलावट की सरकारें देखी हैं, अब उन पर महामिलावट की सरकार का खतरा है।" उन्होंने कहा कि 2014 में देश ने 30 साल में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी, लेकिन अब महामिलावट आने वाली है। इस बात पर विपक्ष ने विरोध जताया तो मोदी ने कहा कि लोग जानते हैं कि महामिलावट की सरकार देश के लिए खतरा है।