चुनावी बॉन्ड: फ्यूचर गेमिंग से लेकर वेदांता तक, किन कंपनियों ने खरीदे सबसे ज्यादा बॉन्ड?
चुनाव आयोग ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा सौंपा गया चुनावी बॉन्ड का डाटा अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। SBI ने 30 किश्तों में जारी हुए 16,518 करोड़ रुपये के बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक की है। बॉन्ड खरीदने वाली शीर्ष कंपनियों में लॉटरी कंपनी से लेकर कई औद्योगिक समूह और कंस्ट्र्क्शन कंपनियां शामिल हैं। आइए जानते हैं कि SBI से किस कंपनी ने कितने बॉन्ड खरीदे।
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं। इसके मालिक दक्षिण भारत के लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन हैं। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, मार्टिन ने 13 साल की उम्र में व्यवसाय शुरू किया और पूरे देश में लॉटरी के खरीदारों और विक्रेताओं का एक विशाल नेटवर्क स्थापित किया। 2019 में ये कंपनी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निशाने पर थी। ED ने कंपनी के कोयंबटूर और चेन्नई में स्थित ठिकानों पर छापे मारे थे।
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड
सबसे ज्यादा बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों में दूसरे नंबर पर बांध और बिजली संयंत्र बनाने वाली मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का नाम है। इसके मालिक पीवी कृष्णा रेड्डी और पीपी रेड्डी हैं। कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है और ये सिंचाई, जल प्रबंधन, बिजली, हाइड्रोकार्बन, परिवहन, भवन और औद्योगिक बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में काम करती है। विवादों में रही कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना का काम इसी कंपनी ने किया है।
क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड
क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने 410 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे है। साल 2000 में स्थापित हुई इस कंपनी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन इतना पता है कि ये सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ा काम करती है। इस कंपनी के एक निदेशक रिलायंस समूह की कंपनी में भी निदेशक हैं। कागजों में इस कंपनी का सालाना व्यवसाय 500 करोड़ का ही है, लेकिन इसने 410 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं।
वेदांता लिमिटेड
अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता प्राइवेट लिमिटेड चुनावी बॉन्ड खरीदने के मामले में चौथे नंबर पर है। इस कंपनी ने 400 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे है। ये कंपनी खनन, प्रौद्योगिकी और बिजली सहित कई क्षेत्रों में काम करती है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, वेदांता एक अग्रणी प्राकृतिक संसाधन और प्रौद्योगिकी समूह है, जो भारत में अपने पोर्टफोलियो के बड़े पैमाने पर विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
हल्दिया एनर्जी लिमिटेड
आरपी और संजीव गोयनका समूह की कंपनी हल्दिया एनर्जी लिमिटेड चुनावी बॉन्ड खरीदने वाली 5वीं सबसे बड़ी कंपनी है, जिसने 377 करोड़ रुपये के बांड खरीदे हैं। कंपनी ने 2015 में पश्चिम बंगाल के हल्दिया में 600 मैगावॉट का थर्मल पावर प्लांट बनाया है, जहां से कोलकाता में बिजली की आपूर्ति की जाती है। इसके बाद एयरटेल के मालिक भारती समूह ने 247 करोड़ और एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 224 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे हैं।