मेडीगड्डा बैराज को लेकर केंद्रीय समिति ने तेलंगाना सरकार को लगाई फटकार, कई खामियां गिनाईं
राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (NDSA) ने मेडीगड्डा बैराज को लेकर अपनी रिपोर्ट में तेलंगाना की सरकार को फटकार लगाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिलर का धंसना प्लानिंग, डिजाइन, गुणवत्ता, संचालन और रखरखाव में विफलता की वजह से हुआ है। बता दें कि कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना (KLIP) के तहत बने मेडीगड्डा बैराज के 6 पिलर 21 अक्टूबर की रात धंस गए थे। इसके बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने जांच के लिए विशेष समिति गठित की थी।
NDSA ने रिपार्ट में क्या कहा?
रिपोर्ट के मुताबिक, परियोजना की प्लानिंग और डिजाइन में कई कमियां हैं। बैराज को एक फ्लोटिंग (तैरती हुई) संरचना के रूप में डिजाइन किया गया है, लेकिन एक कठोर संरचना के रूप में निर्मित किया गया है। रिपोर्ट में पिलर के खिसकने की वजह नींव के नीचे से रेत का बहना, नींव में इस्तेमाल की गई सामग्री की अपर्याप्त भार क्षमता और निर्माण के लिए सेकेंट पाइल तकनीक का इस्तेमाल करना बताया गया है।
NDSA ने बैराज के पिलर 7 के पुनर्निमाण का सुझाव दिया
NDSA ने कहा कि ब्लॉक नंबर 7 का निर्माण फिर से करना होगा, क्योंकि इसकी मरम्मत नहीं की जा सकती। NDSA ने ये भी कहा कि इसी तरीके से बने दूसरे पिलरों पर भी खतरा है और ऐसे में पूरे बैराज का पुनर्निर्माण करना जरूरी हो जाएगा। NDSA ने कहा कि वर्तमान स्थिति में जलाशय के भरने से बैराज की हालत और खराब हो जाएगी इसलिए बैराज को खाली किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने किया था बैराज का दौरा
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बैराज का दौरा किया था। इसके बाद उन्होंने तेलंगाना सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, "घटिया निर्माण के कारण कई खंभों में दरारें आ गई हैं और रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि खंभे डूब रहे हैं। के चंद्रशेखर राव और उनका परिवार तेलंगाना के लोगों को लूटने के लिए कालेश्वरम परियोजना को अपने निजी ATM के रूप में उपयोग कर रहे हैं।"
जल शक्ति मंत्री बोले- तेलंगाना सरकार का भ्रष्टाचार उजागर
रिपोर्ट सामने आने के बाद जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 'एक्स' पर लिखा, 'के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार का भ्रष्टाचार निराशाजनक रूप से उजागर हो गया है। यह जानना भयावह है कि BRS सरकार के लालच और भ्रष्टाचार के कारण लाखों लोगों की जान जोखिम में पड़ी और करदाताओं के करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।' भाजपा पहले भी इस योजना में भ्रष्टाचार को लेकर राज्य सरकार पर आरोप लगा चुकी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
मेडीगड्डा बैराज KLIP परियोजना के तहत बनाया गया है। इस योजना की लागत 80,000 करोड़ रुपये है और ये दुनिया की सबसे बड़ी सिंचाई और पेयजल परियोजना है। 21 जून, 2019 को इस योजना की शुरुआत की गई थी। इस परियोजना के जरिए तेलंगाना के 13 जिलों में 18 लाख एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के कई जिले में योजना से लाभांवित हुए हैं।