तमिलनाडु: भारी बारिश से चेन्नई में स्थिति खराब, 20 जिलों में रेड अलर्ट
क्या है खबर?
लगातार हो रही बारिश ने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में आम जीवन को पटरी से उतार दिया है। शहर के कई हिस्सों में घरों में पानी घुस गया है और सड़कें लबालब हैं।
निवासियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है और मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक बारिश होने की भविष्यवाणी की है।
अन्य इलाके भी बारिश के प्रकोप से अछूते नहीं हैं और 20 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश
बुधवार को पूरे दिन हुई बारिश
चेन्नई में बुधवार को लगभग पूरे दिन बारिश हुई। पहले तो बारिश धीमी थी, लेकिन शाम होते-होते ये तेज हो गई। सड़कों पर पानी भरने के कारण लोग जहां-तहां फंस गए और कई जगह ट्रैफिक की समस्या भी देखने को मिली।
चेन्नई के अलावा अन्य उत्तरी जिलों में भी लगभग यही स्थिति रही। बारिश के कारण राज्य में पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है।
अनुमान
बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के कारण दो दिन और होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी पर बना लो प्रेशर पश्चिम-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़कर डिप्रेशन में तब्दील हो गया है और इसके कारण तमिलनाडु के कई हिस्सों में अगले दो दिन तक बारिश जारी रहेगी।
कुछ इलाकों में भारी, बहुत भारी और अत्यंत भारी बारिश हो सकती है, वहीं ज्यादातर इलाकों में बारिश हल्की या मध्यम रहेगी।
ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन कमिश्नर गगनदीप सिंह बेदी ने कहा कि चेन्नई में अगले दो दिन में 250 मिलीमीटर बारिश की आशंका हैं।
बाढ़ का असर
छह जिलों में बाढ़ की एडवाइजरी, नौ में स्कूल-कॉलेज बंद
मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के कारण चेन्नई समेत तमिलनाडु के 20 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (TNSDMA) ने छह जिलों को बाढ़ संबंधी एडवाइजरी जारी की है।
बारिश और अलर्ट के कारण चेन्नई समेत नौ जिलों में स्कूल और कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है।
इसके अलावा चेन्नई आने वाली चार और चेन्नई से जाने वाली चार उड़ानों को भी रद्द किया गया है।
राजनीति
मुख्यमंत्री ने जलभराव के लिए पुरानी सरकार को जिम्मेदार ठहराया
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और मंगलवार को उन्होंने चेन्नई के प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया। उन्होंने यहां पर प्रभावितों के बीच खाना बांटा।
उन्होंने शहर में जलभराव के लिए AIADMK के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मिले करोड़ों रुपये के खर्च में अनियमितताओं की जांच कराने का वादा भी किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने आरोपों को खारिज किया है।