तमिलनाडु: बाढ़ रोकने में विफलता पर मद्रास हाई कोर्ट की चेन्नई नगर निगम को फटकार
क्या है खबर?
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई सहित अन्य क्षेत्रों में शनिवार से भारी बारिश जारी है। इसके कारण बाढ़ के हालात हो गए हैं और अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
चेन्नई की हालत ऐसी है कि सड़कों और गलियों में जलभराव हो गया है।
इसको लेकर मद्रास हाई कोर्ट ने मंगलवार को चेन्नई नगर निगम को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि 2015 के बाद आई बाढ़ के बाद से अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
हालात
तमिलनाडु में क्या है बारिश के हालात?
बता दें कि वर्तमान में तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और उसके आस-पास के जिलों सहित रामेश्वरम में लगातार बारिश हो रही है।
चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लुर जिलों के कई उपनगरों में तो शनिवार से भारी बारिश जारी है, जो हाल के सालों में सबसे भारी बारिश रही है। अधिकांश उपनगरों में जलभराव के बाद बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।
अब तक पांच लोगों की मौत हो गई और 260 से अधिक झोपड़ियां तथा 70 घर क्षतिग्रस्त हो गए।
प्रयास
पानी की निकासी के लिए तैनात किए 23,000 कर्मचारी
इंडिया टुडे के अनुसार, पानी की निकासी के लिए ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने 23,000 कर्मियों को तैनात किया है। बारिश से 16 मेट्रो सबवे में पानी भर गया है और अब तक 14 में से पानी निकाल दिया गया है।
राज्य के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
चेन्नई में 48 राहत शिविरों में 1,107 लोगों को भेजकर कुल 3,50,000 से अधिक भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं।
चेन्नई
छह साल बाद हो रही इतनी बारिश
करीब छह साल बाद फिर चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार यहां 11 नवंबर तक बारिश जारी रह सकती है।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकतर इलाकों में उत्तर पूर्वी मानसून के कारण बारिश होती है।
इसके बारे में अधिक अनुमान लगा पाना मुश्किल होता है, लेकिन इस साल यह अभी तक जोर पकड़ रहा है। इसकी वजह से 43 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है।
फटकार
मद्रास हाई कोर्ट ने लगाई फटकार
राज्य में भारी बारिश और बाढ़ को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय करने में विफल रहने के लिए मद्रास हाई कोर्ट ने ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन को कड़ी फटकार लगाई है।
कोर्ट ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि साल 2015 की विनाशकारी बाढ़ के बाद भी पिछले छह सालों से निगम के अधिकारी क्या कर रहे थे? कोर्ट ने वर्तमान स्थिति को काबू में नहीं लाने पर स्वत: संज्ञान लेने की चेतावनी भी दी है।
कारण
बारिश की क्या वजह है?
तमिलनाडु में हो रही बारिश का सबसे बड़ा कारण उत्तर पूर्वी मानसून है, जो अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस क्षेत्र में आकार लेता है।
उत्तर भारत में बारिश के लिए जिम्मेदार दक्षिण पश्चिमी मानसून वापसी में एक सप्ताह की देरी के कारण इस बार इसकी शुरुआत 26 अक्टूबर से हुई थी।
दक्षिण पश्चिमी मानसून के लौटने के बाद हवा का पैटर्न बदलकर उत्तर पूर्वी हो जाता है, जिस कारण उत्तर पूर्वी मानसून की शुरुआत होती है।