कोरोना का नया स्ट्रेन: भारत में पांच और लोग पाए गए संक्रमित, कुल मामले 25 हुए
भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमण के पांच और मामले सामने आए हैं। इसी के साथ नए स्ट्रेन के कुल मामलों की संख्या 25 हो गई है। इन सभी मरीजों को अलग जगह पर आइसोलेट किया गया है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बता दें कि यूनाइडेट किंगडम (UK) में पाया गया ये नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है और UK से लौटे यात्रियों को ही इससे संक्रमित पाया गया है।
चार संंक्रमितों में पुणे और एक में दिल्ली में हुई नए स्ट्रेन की पुष्टि
जिन पांच नए लोगों को स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया है, उनमें से चार की पुष्टि पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और एक की पुष्टि दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ जेनोमिक्स एंड इंट्रीग्रेटिव बायोलॉजी ने की है। सभी 25 मरीजों को सबसे अलग आइसोलेशन में रखा जा रहा है और उनके संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। हालिया समय में UK से लौटे अन्य यात्रियों के भी संक्रमित पाए जाने की आशंका है।
मंगलवार को छह और बुधवार को 14 लोग पाए गए थे नए स्ट्रेन से संक्रमित
भारत में सबसे पहले पहले मंगलवार को UK से लौटे छह यात्रियों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी। इनमें से तीन लोगों के सैंपल NIMHANS, दो लोगों के CCMB और एक सैंपल NIV लैब में नए स्ट्रेन के लिए पॉजीटिव पाए गए थे। इसके एक दिन बाद बुधवार को UK से लौटे 14 अन्य लोगों को भी नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया और इसी के साथ नए स्ट्रेन के कुल मामलों की संख्या 20 हो गई।
7 जनवरी तक बढ़ा दी गई है UK से आने वाली उड़ानों पर रोक
गौरतलब है कि नए स्ट्रेन को अपने यहां फैलने से रोकने के लिए कल ही भारत ने UK से आने-जाने वाली उड़ानों पर लगी रोक को 7 जनवरी तक बढ़ा दिया था। केंद्र सरकार ने पहले 21 दिसंबर को UK से आने वाली उड़ानों पर 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक के लिए रोक लगाई थी और अब इसे बढ़ा दिया गया है। इसके बाद हालातों को देखते हुए उड़ानों को बहाल किया जा सकता है।
UK से लौटे यात्रियों पर रखी जा रही है नजर
इसके अलावा भारत सरकार ने हालिया समय में UK से आने वाले यात्रियों के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। इसके तहत पिछले चार हफ्तों में UK से भारत आने वाले लोगों पर नजर भी रखी जा रही है और और कोई भी लक्षण दिखने पर उनका तुरंत RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, 25 नवंबर और 23 दिसंबर के बीच लगभग 33,000 लोग UK से भारत आए और इन सभी पर नजर है।
70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है नया स्ट्रेन
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में पाया गया था और UK की सरकार ने इसके 70 प्रतिशत संक्रामक होने का दावा किया है। अभी ये लंदन और UK के अन्य हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है और कुछ ही समय में यहां कोरोना वायरस का प्रमुख वेरिएंट बन गया है। इस स्ट्रेन के अधिक घातक होने के सबूत नहीं मिले हैं, हालांकि अभी इस दिशा में और शोध किए जा रहे हैं।
इन देशों में भी आ चुके हैं नए स्ट्रेन के मामले
भारत से पहले कई अन्य देशों में भी नए स्ट्रेन से संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं और इनमें ज्यादातर यूरोपीय देश हैं। फ्रांस, डेनमार्क, स्पेन, स्वीडन, नीदरलैंड्स, जर्मनी और इटली में नए स्ट्रेन के मामले पकड़ में आए हैं। वहीं यूरोप से बाहर जापान, ऑस्ट्रेलिया, लेबनान, कनाडा, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीक में नए स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं। जीनोम सीक्वेंसिंग करने पर अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने की आशंका जताई जा रही है।