
कोरोना वायरस: महामारी की शुरूआत के बाद पहली बार धारावी में कोई नया मामला नहीं
क्या है खबर?
मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है और पिछले 24 घंटे में यहां वायरस से संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया।
अप्रैल में संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद ये पहली बार है जब धारावी में कोई नया मामला नहीं आया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसे समय पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और इलाज की रणनीति की जीत बताया है।
आंकड़े
तंग इलाके और झुग्गियों में रहते हैं 8.50 लाख लोग
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में 240 हेक्टेयर में 57,000 से अधिक झुग्गियां बनी हुई हैं। हर झुग्गी औसतन 250 वर्ग फुट की है और इसमें औसतन 10 से 12 लोग एक साथ रहते हैं।
यहां की गलियां और रास्ते बेहद तंग हैं और सभी झुग्गियों में मिलाकर 8.50 लाख से अधिक लोग रहते हैं।
इलाके में प्रति वर्ग किलीमोटर में 66,000 लोग रहते हैं जो देश के अन्य किसी इलाके से बेहद अधिक है।
कारण
प्रशासन को था धारावी में बुरी तरह से संक्रमण फैलने का डर
इन सभी परिस्थितियों के कारण धारावी में सोशल डिस्टेसिंग का पालन लगभग नामुमकिन है और ऐसे इलाके कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के लिए सबसे मुफीद होते हैं।
इसके अलावा धारावी के निवासी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से भी आते हैं और इस कारण उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है।
इन्हीं वजहों से प्रशासन को चिंता थी कि अगर धारावी में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला तो हालात बेकाबू हो सकते हैं।
जानकारी
धारावी में एक अप्रैल को सामने आया था पहला मामला
धारावी में कोरोना का पहला मामला एक अप्रैल को सामने आया था जब 56 वर्षीय एक दुकानदार की इसके कारण मौत हो गई थी। इसके बाद एक महीने के अंदर ही यहां 833 लोग संक्रमित हो गए थे और 27 की मौत हो गई थी।
रणनीति
BMC ने चलाया था 'चेज द वायरस' अभियान
धारावी में संक्रमण के इस तेज प्रसार के बाद बृह्नमुंबई नगर पालिका (BMC) ने जून में यहां 'चेज द वायरस' अभियान शुरू किया था।
इसके तहत प्रशासन ने यहां 47,500 घरों में लगभग सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग की और इनमें से कोरोना के लक्षणों वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया।
BMC के असिस्टेंट कमिश्नर किरण दिघावकर के अनुसार, इस मॉडल में नए मामले सामने आने का इंतजार करने की बजाय वायरस का पीछा किया जाता है।
जानकारी
विश्व बैंक और WHO प्रमुख ने की थी धारावी मॉडल की तारीफ
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के धारावी के इस मॉडल की विश्व बैंक से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रमुख डॉ टेड्रोस अधनोम गैब्रेयसस तक ने तारीफ की है और फिलीपींस जैसे देशों ने इसे अपनाया भी है।
कुल और सक्रिय मामले
धारावी में अभी केवल 12 सक्रिय मामले
धारावी में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 3,788 मामले सामने आ चुके हैं और 312 लोगों की मौत हुई है। बस्ती में पिछले काफी समय से बेहद कम नए मामले सामने आ रहे थे और अभी केवल 12 मामले सक्रिय हैं।
पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो यहां भी संक्रमण की स्थिति सुधरी है और कभी 20,000 से अधिक के मुकाबले अभी यहां रोजाना 3,000-4,000 नए मामले सामने आ रहे हैं।