WFI अध्यक्ष बृजभूषण की 15 दिनों के अंदर हो गिरफ्तारी, किसानों का सरकार को अल्टीमेटम
दिल्ली में रविवार को किसान संगठनों के कई नेता और खाप पंचायतों के प्रतिनिधि धरने पर बैठे पहलवानों का समर्थन करने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे। इन्होंने केंद्र सरकार को 15 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम देते हुए बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि पहलवान पिछले काफी दिनों से बृजभूषण शरण सिंह के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं।
केंद्र सरकार पर जमकर बरसे राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पहलवानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "आखिर अब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है? क्या इस पर भी राहुल गांधी की आलोचना होनी चाहिए?" उन्होंने आगे कहा, "इन सभी (केंद्र सरकार) का भूत उतारना पड़ेगा। इसे उतारने के लिए कभी-कभी मिर्ची का उपयोग करना पड़ता है। नहीं तो कभी कुछ और भी करना पड़ता है।"
पहलवानों ने किसानों को दिया धन्यवाद
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने किसानों के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने ट्वीट किया, 'देश के कोने-कोने से हमारे आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे किसान और खाप पंचायतों का दिल से धन्यवाद। आपका समर्थन हमारे लिए बहुमूल्य है। बुजुर्गों का आशीर्वाद साथ हो तो कोई कैसे हिम्मत हार सकता है।' वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने लोगों से महिला पहलवानों का समर्थन करने के लिए रविवार शाम को कैंडल मार्च निकालने की अपील की।
दिल्ली पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतजार करें प्रदर्शनकारी- बृजभूषण
WFI अध्यक्ष बृजभूषण ने किसानों और खाप पंचायत प्रतिनिधियों के पहलवानों को समर्थन देने पर वीडियो संदेश जारी करते हुए जांच पूरी होने तक इंतजार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "जिस दिन दिल्ली पुलिस की जांच पूरी होगी और यदि मैं दोषी पाया गया तो मैं आप सब के बीच खुद आउंगा। आप सब जूते मारकर मेरी हत्या कर देना।" बृजभूषण ने पहले कहा था कि आरोप सही पाए जाने पर वह खुद फांसी पर चढ़ जाएंगे।
दिल्ली पुलिस ने किए थे सुरक्षा के कड़े प्रबंध
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के प्रदर्शन के ऐलान के चलते दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, जिसके लिए करीब 2,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए दिल्ली में प्रवेश कर रहे किसानों को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक लिया था। वहीं सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर समेत जंतर-मंतर के पास भी भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था।
जनवरी में हुई थी पूरे मामले की शुरुआत
यह पूरा मामला इस साल जनवरी में सामने आया था, जब देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे। महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में शिविर के दौरान कई खिलाड़ियों का शोषण हुआ था। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन करने के बाद पहलवानों ने धरना खत्म किया था।
क्यों धरने पर बैठे हैं पहलवान?
बता दें कि 23 अप्रैल से देश के कई पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने WFI अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इस मामले में 21 अप्रैल को बृजभूषण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। 7 पहलवानों द्वारा की गई इस शिकायत में एक नाबालिग पहलवान भी शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ 2 FIR दर्ज की थीं।