ऐपल ने दिल्ली में खोला अपना स्टोर, जानें इसके बारे में सभी जरूरी बातें
भारत में ऐपल ने 18 अप्रैल को मुंबई के पहले स्टोर के बाद आज दिल्ली के साकेत में अपने दूसरे स्टोर को 10 बजे लॉन्च कर दिया। स्टोर के लॉन्च के मौके पर ऐपल के CEO टिम कुक मौजूद रहे। कुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। ऐपल ने भारत का अपना पहला रिटेल स्टोर मुंबई में ऐपल BKC नाम से खोला है। आइए जान लेते हैं इसके दिल्ली स्टोर से जुड़ी जरूरी बातें।
100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी पर चलता है दिल्ली स्टोर
ऐपल लगातार इस प्रयास में है कि उसके प्रोडक्ट निर्माण की प्रक्रिया में कम से कम कार्बन उत्सर्जन हो। ऐपल का दिल्ली स्टोर 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी पर चलता है और ये कार्बन न्यूट्रल है। ऐपल के मुंबई स्टोर को जहां उस शहर की पहचान काली-पीली टैक्सियों से जोड़ा गया है, वहीं दिल्ली स्टोर को यहां के ऐतिहासिक स्मारकों और मुगल काल के गेट से जोड़ा गया है। ऐपल के लोगो में यहां के किलों के दरवाजों की डिजाइन है।
ऐपल स्टोर का "जिनियस बार"
ऐपल साकेत में "जीनियस बार" है जहां ग्राहक हैंड्स-ऑन टेक्नोलॉजी और हार्डवेयर सपोर्ट के लिए अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। ऐपल के मुताबिक, जिनियस बार अपॉइंटमेंट डिवाइस के सेटअप से लेकर ऐपल ID को रिकवर करने, ऐपल केयर प्लान सेलेक्ट करने और सब्सक्रिप्शन को मॉडिफाई करने में मदद करता है। ऐपल साकेत में 70 लोगों की टीम है। ये सभी भारत के 18 राज्यों से आते हैं और 15 से अधिक भारतीय भाषाएं बोलते हैं।
मुंबई स्टोर से छोटा होने के बाद भी किराया बराबर
ऐपल के साकेत स्टोर से जुड़ी एक दिलचस्प बात यह है कि मुंबई वाले ऐपल BKC की तुलना में इसका एरिया लगभग आधा है, लेकिन किराया दोनों का लगभग समान है। CRI मैट्रिक्स द्वारा साझा किए किए दस्तावेजों के अनुसार, ऐपल इस स्टोर के लिए प्रतिमाह 40 लाख रुपये किराया दे रही है और मुंबई स्टोर का किराया 42 लाख रुपये प्रति महीना है। दिल्ली का स्टोर साकेत इलाके के सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल की पहली मंजिल पर खुला है।
हर 3 साल में 15 प्रतिशत बढ़ेगा किराया
ऐपल के साकेत स्टोर के लिए 10 साल की लीज डीड पर 18 जुलाई, 2022 को सेलेक्ट इंफ्रा और ऐपल इंडिया ने हस्ताक्षर किए। ऐपल ने सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल में 8,400 वर्ग फुट जगह के लिए लगभग 475 रुपये प्रति वर्ग फुट के साथ-साथ कॉमन एरिया मेंटेनेंस चार्ज (CAM) के किराये पर हस्ताक्षर किए हैं। 5 साल के लॉक-इन के साथ हर 3 साल में इसके किराये में 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी।