जमीन घोटाला: ED ने IAS छवि रंजन पर कसा शिकंजा, 22 ठिकानों पर मारा छापा
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन घोटाले में रांची के पूर्व उपायुक्त और IAS अधिकारी छवि रंजन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार को ED की टीम ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की।
ED अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में स्थित करीब 22 ठिकानों पर छापा मारा है। ED के निशाने पर कुछ अन्य अधिकारी और भू-माफिया भी हैं, जिनके तार इस जमीन घोटाले से जुड़े हैं।
मामला
क्या है मामला?
ED रांची में कथित रूप से भारतीय सेना की भूमि की बिक्री सहित कई अन्य मामलों की जांच कर रही है। रांची में जुलाई, 2020 से लेकर जुलाई, 2022 के बीच उपायुक्त रहते हुए IAS रंजन ने नियमों का उल्लंघन करते हुए कई भूमि सौदे किये थे।
IAS रंजन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कई महीनों से चल रही थी। इस मामले में तत्कालीन अंचल अधिकारियों की संलिप्तता भी मिली है और उन पर भी छापा मारा गया है।
कार्रवाई
कई ठिकानों पर ED की कार्रवाई जारी
IAS रंजन के जमशेदपुर स्थित घर और आदित्यपुर स्थित फ्लैट पर ED की छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इसके अलावा नामकुम क्षेत्राधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई क्षेत्राधिकारी भानू प्रताप और जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू खान सहित कई लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है।
हालांकि, इस कार्रवाई को लेकर अभी ED की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
वर्तमान में रंजन झारखंड के समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर तैनात हैं।
ट्विटर पोस्ट
पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर साधा निशाना
खबर आ रही है कि हेमंत राज में राँची में हुए 10 हज़ार करोड़ रूपये के ज़मीन घोटाले के मुख्य किरदार आईएएस(पूर्व डीसी) छवि रंजन के राँची, जमशेदपुर सहित दूसरे राज्यों के कुल 22 ठिकानों पर #ED की रेड चल रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 13, 2023
ये वही अफ़सर है जिसने कोडरमा में डीसी रहते किमती सरकारी सागवान के पेड़ों…
ED
ED की जांच के दायरे में आने वाले झारखंड कैडर के दूसरे IAS अधिकारी है रंजन
रंजन पिछले एक साल में ED की जांच के दायरे में आने वाले झारखंड कैडर के दूसरे IAS अधिकारी हैं। इससे पहले IAS पूजा सिंघल को पिछले साल 11 मई को कथित मनरेगा घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वह अभी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद हैं।
उस वक्त सिंघल और उनके परिचितों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी के दौरान करीब 20 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे।
कार्रवाई
इन IAS अधिकारियों से भी चल रही है पूछताछ
ED दो अन्य IAS अधिकारियों से पूछताछ भी कर चुकी है। पिछले महीने ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का से पूछताछ की थी। उन पर कथित रूप से आरोपी व्यवसायी विशाल चौधरी के घर पर बैठकर गृह विभाग की फाइलें जांचने का आरोप था।
इससे पहले जनवरी में साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से भी अवैध खनन से जुड़े एक मामले में पूछताछ की गई थी।