रांची: घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने की आरोपी सीमा पात्रा गिरफ्तार, भाजपा से हो चुकीं निलंबित
रांची में आदिवासी दिव्यांग महिला को अपने घर में बंधक बनाए रखने के कारण भाजपा से निष्कासित की गईं सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने दिव्यांग महिला को बंधक बनाकर रखा और लगातार आठ सालों से उस पर अत्याचार कर रही थीं। मामला सामने आने के बाद पात्रा के खिलाफ SC/ST एक्ट 1989 की धाराओं के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
रांची पुलिस ने किया गिरफ्तार
रांची के SSP किशोर कौशल ने बताया कि फिलहाल आरोपी को हिरासत में लिया गया है और दूसरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उन्हें आज दिन में अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। पात्रा भाजपा महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की राज्य संयोजक थीं। उनके पति महेश्वर पात्रा रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं और दोनों रांची के VIP इलाके अशोक नगर में रहते हैं।
पात्रा के घर घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी पीड़िता
पीड़िता का नाम सुनीता हैं और वो पिछले कई सालों से पात्रा के यहां घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी। सुनीता ने बताया कि उन्हें भरपेट खाना नहीं दिया जाता था। उन्होंने सीमा पात्रा पर रॉड से मारने और गर्म तवे से जलाने का आरोप लगाया है। उन्हें बेहद गंभीर हालत में पात्रा के आवास से निकाल रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती कराया गया है।
पात्रा पर जीभ से फर्श साफ करवाने का आरोप
पुलिस को दिए अपने बयान में सुनीता ने आपबीती बयान की है। उन्होंने बताया कि उनके मालिकों ने रॉड से मारकर उनके दांत तोड़ दिए। वो चलने-फिरने में लाचार हो गई और घिसटकर एक से दूसरी जगह जाती है। अगर कभी पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो सीमा पात्रा जीभ से फर्श साफ करवाती थी। गुमला की रहने वालीं सुनीता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कई सालों से सूरज की रोशनी नहीं देखी है।
वीडियो आया सामने
अस्पताल में भर्ती सुनीता का एक दर्दनाक वीडियो सामने आया है। इसमें उनके शरीर पर पड़े जख्मों को देखा जा सकता है और वो अपने साथ हुई हैवानियत को बयां कर रही हैं। यह वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।
यहां देखें वीडियो
सीमा के बेटे ने की सुनीता की मदद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने सुनीता की मदद की। दरअसल, आयुष्मान ने अपने एक सरकारी कर्मचारी दोस्त को बताया कि उनकी मां सुनीता को प्रताड़ित कर रही हैं। इसके बाद आयुष्मान के दोस्त ने रांची के जिलाधिकारी को इस बात की जानकारी दी। यहां से मामला पुलिस को सौंपा गया और पुलिस ने जांच के बाद पात्रा के आवास से सुनीता को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया।
सीमा पात्रा ने किया आरोपों का खंडन
सीमा पात्रा ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका बेटा आयुष्मान मानसिक तौर पर बीमार है और उसने झूठे आरोप लगाए हैं। मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है और कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।