Page Loader
दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके, उत्तर भारत के कई शहरों में कांपी धरती
दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं

दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके, उत्तर भारत के कई शहरों में कांपी धरती

लेखन आबिद खान
Oct 15, 2023
05:12 pm

क्या है खबर?

दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस वजह से जमीन पर काफी दर तक कंपन महसूस होता रहा। भूकंप का केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में बताया जा रहा है। इसके अलावा उत्तर भारत के कई दूसरे शहरों में भी झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि दिल्ली में आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। इससे पहले 3 अक्टूबर को भी झटके महसूस किए गए थे।

हताहत

भूकंप से अभी तक कोई हताहत नहीं

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 3.1 थी और ये शाम 4 बजकर 8 मिनट पर आया था। इसका केंद्र पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर नीचे थे। इसका असर नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी महसूस किया गया। भूकंप की वजह से लोग घरों और दफ्तरों से निकलकर बाहर आ गए। हालांकि, अभी तक किसी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

भूकंप

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी की सतह मुख्य तौर पर चार परतों से मिलकर बनी हुई है। इसमें इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट शामिल हैं। क्रस्ट और ऊपरी मेंटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। यह 50 किलोमीटर मोटी और कई वर्गों में बंटी हुई परत है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स भी कहा जाता है। यह टेक्टोनिक प्लेट्स लगातार खिसकती रहती हैं और इसी हलचल से जब अधिक दबाव बनता है तो धरती हिलने लगती है, जिसे भूकंप कहा जाता है।

दिल्ली

3 अक्टूबर को भी दिल्ली में आया था भूकंप

दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में 3 अक्टूबर को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र नेपाल के दिपायल से 38 किलोमीटर दूर था और इसकी गहराई धरती से 5 किलोमीटर नीचे थी। दिल्ली-NCR के अलावा भूकंप के झटके हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश के कई जिलों और राजस्थान तक महसूस किए गए थे।

तीव्रता

कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता?

भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता को मापने का एक वैज्ञानिक आधार होता है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल भी कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र से एक से 9 तक की संख्या के आधार पर मापा जाता है। 2.5 से कम तीव्रता का भूकंप इंसानों को महसूस नहीं होता। वहीं, 6 से ज्यादा तीव्रता का भूकंप भारी तबाही मचा सकता है।