हरियाणा: नूंह में 13 दिन बाद इंटरनेट बहाल, सांप्रदायिक हिंसा के बाद लगी थी रोक
हरियाणा के नूंह में 13 दिन से इंटरनेट पर लगी रोक हटा दी गई है। यहां 31 जुलाई को हिंदू संगठनों की यात्रा के दौरान शुरू हुई झड़प के बाद फैली सांप्रदायिक हिंसा को देखते हुए इंटरनेट बंद किया गया था। जानकारी के मुताबिक, नूंह में गंभीर स्थिति को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट, SMS और ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित किया गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जाएगी।
महापंचायत की बैठक में की गई नूंह जिले को खत्म करने की
पलवल में रविवार को हुई हिंदू संगठनों की महापंचायत में सदस्यों ने हरियाणा सरकार से नूंह जिले को खत्म करने की मांग की। 51 लोगों की समिति ने तय किया कि क्षेत्र को गोहत्या मुक्त बनाया जाए। 28 अगस्त को दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने का निर्णय भी महापंचायत में लिया गया। साथ ही हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। महापंचायत के दौरान पुलिस बल तैनात था।
हरियाणा में हुई हिंसा में 6 की हुई थी मौत
नूंह में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की ओर से 31 जुलाई को निकाली गई ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुए पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 2 होम गार्ड और मस्जिद के एक मौलवी समेत 6 लोगों की मौत हुई थी। बाद में यह हिंसा गुरूग्राम और अन्य जिलों में भी फैल गई। पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों पर कार्रवाई करते हुए 390 लोगों को गिरफ्तार किया था और 118 को हिरासत में लिया था।