अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- भारतीय मंत्रियों के साथ मानवाधिकार के मुद्दे पर चर्चा की
भारत दौरे पर आए अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने भारतीय मंत्रियों के साथ बातचीत में मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया था। शुक्रवार को तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे ऑस्टिन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सहयोगियों के बीच इस तरह की बातचीत होना महत्वपूर्ण है। जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी से भी उनकी मानवाधिकार के मामले पर बात हुई तो उन्होंने इससे इनकार किया।
सहयोगियों के बीच इस तरह की बातचीत होनी चाहिए- ऑस्टिन
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े मामलों के बारे में बात की थी तो उन्होंने कहा, "मुझे उनसे इस बारे में बात करने का मौका नहीं मिला। मैंने कैबिनेट के दूसरे सदस्यों से इस बारे में बात की है।" उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का अहम सहयोगी है और सहयोगियों के बीच इस तरह बातचीत होनी चाहिए। आप सार्थक तरीके से ऐसी बात कर आगे बढ़ सकते हैं।
मानवाधिकार और कानून का राज अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण- ऑस्टिन
NDTV के अनुसार, जब अमेरिकी सांसद की उस रिपोर्ट के बारे में सवाल किया गया, जिसमें उन्होंने 'भारत में लोकतंत्र की बिगड़ती हालात' का जिक्र किया था तो ऑस्टिन ने कहा कि मानवाधिकार और कानून का राज अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा, "लोकतंत्र के नाते ये चीजें जरूरी हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं और यहां मूल्यों की कद्र की जाती है। कुछ चीजें हैं जो की जा सकती है और उन पर मिलकर काम किया जाएगा।
यात्रा से पहले ऑस्टिन से की गई थी मुद्दा उठाने की मांग
जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद उनके प्रशासन की तरफ से यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। भारत आने से पहले अमेरिकी संसद की विदेशी संबंध समिति की तरफ से ऑस्टिन को अपनी यात्रा के दौरान लोकतंत्र को लेकर जारी चिंताओं को उठाने के लिए कहा गया था। समिति के प्रमुख ने पत्र में कहा था कि भारत और अमेरिका के संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित होने चाहिए, लेकिन भारत सरकार इन मूल्यों से दूर जा रही है।
समिति के प्रमुख ने अपने पत्र में क्या कहा था?
समिति के प्रमुख रॉबर्ट मेनेंडीज ने ऑस्टिन को भेजे पत्र में लिखा था कि शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे किसान आंदोलन के दमन, पत्रकारों और सरकार के आलोचकों को लगातार धमकाया जाना भारत में लोकतंत्र की बिगडती हालत को दिखाता है। उन्होंने अपने पत्र में भारत में मुस्लिम विरोधी भावनाओं के उभार, इससे जुड़े सरकारी कदम जैसे नागरिकता (संशोधन) कानून, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर में राजनीतिक संवाद के दमन जैसे मुद्दों का भी जिक्र किया था।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और NSA से मिले ऑस्टिन
रविवार को समाप्त हो रही तीन दिवसीय यात्रा के पहले दिन ऑस्टिन ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल से मुलाकात की थी। शनिवार को उन्होंने विज्ञान भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों को मजबूत करने और आगे ले जाने पर चर्चा की। बैठक के बाद के उनके बयान को आप यहां टैप कर पढ़ सकते हैं।