कोरोना: ब्राजील में नियंत्रण से बाहर हो रहे हालात, दुनिया के लिए यह खतरा कैसे?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने ब्राजील को बुरी तरह प्रभावित किया है।
इन दिनों यहां रोजाना 70,000 से अधिक नए मरीज मिले रहे हैं और लगभग 2,000 मौतें हो रही हैं।
शनिवार को यह भारत को पछाड़कर संक्रमितों के मामले में दुनिया का दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है। मौतों के मामले में यह पहले से ही दूसरे स्थान पर था।
आइये, जानते हैं कि यहां मरीज क्यों बढ़ रहे हैं और इसके क्या नुकसान हैं?
महामारी का प्रकोप
ब्राजील में स्थिति कितनी गंभीर है?
ब्राजील में कोरोना के दैनिक मामलों और इसके कारण होने वाली मौतों की संख्या दुनिया में सर्वाधिक है।
बीते साल के अंत में गिरावट के बाद से यहां संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही है।
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के चलते यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की कगार पर पहुंच चुकी है। यहां के 13 राज्यों के अस्पतालों के इनटेंसिव केयर यूनिट (ICU) वार्ड 90 प्रतिशत से ऊपर और कई जगह लगभग 100 प्रतिशत भर चुके हैं।
संक्रमण की वजह
मामले क्यों बढ़ रहे हैं?
विशेषज्ञ संक्रमितों और मौतों की बढ़ती संख्या के पीछे कोरोना के नए वेरिएंट (P.1, जिसे ब्राजीली वेरिएंट भी कहा जाता है) को वजह मान रहे हैं। यह वेरिएंट तेजी से फैलता है और उन लोगों को भी दोबारा अपनी चपेट में ले लेता है, जो पहले भी संक्रमित हो चुके हैं।
फरवरी के अंत तक यह ब्राजील के 26 में से 21 राज्यों में फैल चुका था। दूसरी तरफ यहां वैक्सीनेशन की गति भी काफी धीमी है।
चिंता
"जल्द हालात सुधरते नहीं दिख रहे"
हाल ही में नेशनल एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सेक्रेटरीज की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि देश के कई राज्यों में जिस तरह महामारी बढ़ रही है, उससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा रही है, जल्द ही देश के हर कोने का यही हाल होगा।
बयान में आगे कहा गया है कि यह भी दुखद है कि जिस गति से वैक्सीनेशन किया जा रहा है, उससे लगता है कि हालात जल्द सुधरने वाले नहीं हैं।
ब्राजील
इस स्थिति के लिए राष्ट्रपति को क्यों जिम्मेदार ठहराया जा रहा है?
बहुत से लोग ऐसे हैं, जो ब्राजील की इस स्थिति के लिए राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन पर कोरोना वायरस महामारी को गंभीरता से न लेने के आरोप लगते रहे हैं।
उन्होंने महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन जैसे नियमों का विरोध किया था। कई मौकों पर वो खुद इन नियमों का उल्लंघन करते दिखे थे। बाद में वो कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
बयान
वैक्सीन को लेकर बोल्सोनारो ने दिया था अजीब बयान
बोल्सोनारो ने लॉकडाउन का विरोध करने के साथ-साथ कई ऐसी पाबंदियां लागू की हैं, जिनके कारण राज्य सरकारों के लिए अपने यहां लॉकडाउन लागू करना मुश्किल हो गया है।
इसके अलावा उन्होंने वैक्सीन को लेकर भी अजीब बयान दिया था।
बोल्सोनारो ने फाइजर और बायोएनटेक द्वारा विकसित की गई वैक्सीन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोगों को मगरमच्छ में बदल सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे बयान लोगों को वैक्सीन से दूर रख सकते हैं।
चिंता
दुनिया के लिए क्यों खतरा है ब्राजील की ऐसी स्थिति?
महामारी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर स्थिति पर काबू नहीं पाया जाता है तो ब्राजील में पहले से ज्यादा खतरनाक वेरिएंट्स सामने आ सकते हैं।
उनका कहना है कि लोगों में इम्युनिटी बढ़ने के साथ-साथ अगर वायरस में म्यूटेशन होते हैं तो बड़ा खतरा बन सकता है। इसलिए स्थिति पर जल्दी काबू पाया जाना जरूरी है।
राहत की बात यह है कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन ब्राजीली वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाई गई है।
कोरोना वायरस
दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना ब्राजील
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 11.90 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 26.39 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 2.93 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 5.32 लाख लोगों की मौत हुई है।
दूसरे नंबर पर काबिज ब्राजील में 1.13 करोड़ संक्रमितों में से लगभग 2.75 लाख से अधिक मरीजों की मौत हुई है। यहां भारत से लगभग 30,000 मामले अधिक है।