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प्रयागराज महाकुंभ: AI और 2,700 कैमरों से रखी जा रही नजर, अंडरवाटर ड्रोन भी तैनात 
प्रयागराज महाकुंभ में डिजिटल तकनीक का हर स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है

प्रयागराज महाकुंभ: AI और 2,700 कैमरों से रखी जा रही नजर, अंडरवाटर ड्रोन भी तैनात 

लेखन आबिद खान
Jan 10, 2025
04:56 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ में डिजिटल तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार ने कुंभ मेले में 'डिजी कुंभ' पहल की शुरुआत की है। इसके तहत मेला मैदान में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का एक मजबूत नेटवर्क स्थापित किया गया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस निगरानी प्रणाली और सुरक्षा उपकरणों का जाल बिछाया गया है। मेले परिसर में 2,700 से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं।

कैमरे

अलग-अलग उद्देश्य के लिए AI से लैस कैमरे तैनात

प्रशासन ने 108 कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट की पहचान के लिए, जबकि AI से लैस 268 कैमरे भीड़ की आवाजाही पर नजर रखेंगे। वहीं, 240 कैमरे वाहनों की गिनती करेंगे, जिससे ट्रैफिक और पार्किंग की स्थिति को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा। इन सब कैमरों के प्रबंधन के लिए मेला क्षेत्र में ही एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र बनाया गया है। यहां से अधिकारी पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रख सकते हैं।

साइबर टीम

14 सदस्यीय साइबर टीम भी मौजूद

पहली बार मेला क्षेत्र में एक साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित किया गया है, जो साइबर अपराधों की निगरानी करेगा। यहां की साइबर टीम में 14 लोग हैं, जो खोए हुए मोबाइल फोन और साइबर धोखाधड़ी के मामलों से निपट रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अधिकारियों ने बताया कि अब तक मोबाइल चोरी की 25 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें से केवल 5 फोन ही बरामद हुए हैं।

अंडरवाटर ड्रोन

अंडरवाटर ड्रोन भी कर रहे निगरानी

पहली बार पुलिस ने नदी के भीतर गश्त करने के लिए उन्नत इमेजिंग क्षमताओं से लैस अंडरवाटर ड्रोन तैनात किए हैं। ये ड्रोन 24 घंटे नदी के तट की निगरानी करते हैं और कमांड सेंटर को रियल टाइम में डेटा भेजते हैं। इसके अलावा AI-संचालित एक चैटबॉट भी लॉन्च किया है, जो तीर्थयात्रियों को जानकारी प्रदान करेगा। यह चैटबॉट 11 भाषाओं में सेवा प्रदान करता है और इसमें गूगल मैप भी लिंक है।

वेबसाइट

वेबसाइट पर 183 देशों के 33 लाख उपयोगकर्ता

महाकुंभ के डिजिटल रूप की विदेशों में भी चर्चा है। महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, 4 जनवरी तक 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर महाकुंभ के बारे में जानकारी हासिल की है। इनमें यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका समेत सभी 7 महाद्वीप के देश शामिल हैं। 9 जनवरी को सोशल मीडिया पर #DigitalMahakumbh टॉप पर ट्रेंड करने लगा था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी डिजिटल महाकुंभ के प्रयासों की सराहना की।

जोन

10 जोन में बांटा गया मेला क्षेत्र

प्रबंधन के लिए मेला क्षेत्र को 10 जोन और 25 सेक्टर में बांटा है। हर सेक्टर को गूगल मैप के साथ एकीकृत भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) का उपयोग कर लिंक किया गया है। इंडियन एक्सप्रेस से एक अधिकारी ने कहा, "एक रियल टाइम सॉफ्टवेयर 530 परियोजनाओं की प्रगति को ट्रैक करेगा। एक इन्वेंट्री ट्रैकिंग सिस्टम, स्वचालित राशन आपूर्ति प्रणाली और गूगल मैप पर सभी साइटों का एकीकरण विस्तृत नेविगेशन प्रदान करेगा।"