हाथरस हादसे में 121 की मौत, आयोजकों पर FIR, बाबा फरार; अब तक क्या क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 2 दर्जन लोग अभी भी गंभीर घायल बताए जा रहे हैं, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। पुलिस ने 22 आयोजकों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है, लेकिन इसमें नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं है। हादसे के बाद से बाबा फरार बताए जा रहे हैं।
80,000 की अनुमति, ढाई लाख लोग पहुंचे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सत्संग के आयोजन के लिए जो अनुमति ली गई थी, उसमें 80,000 लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी। इसी आधार पर प्रशासन ने इंतजाम किए थे, लेकिन ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे गए, जिससे व्यवस्था चरमरा गई। बारिश के चलते उमस और कीचड़ से परेशानियां और बढ़ गईं। बताया जा रहा है कि सत्संग के लिए 8 दिन पहले से कई बीघा जमीन में टेंट लगाया जा रहा था।
बाबा फरार, पुलिस तलाश में जुटी
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार ने कहा कि पुलिस बाबा की तलाश में है। घटना के कारणों की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) आगरा और अलीगढ़ मंडल आयुक्त की एक टीम गठित की गई है। इन्हें 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। घटना के बाद 3 मंत्रियों- लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण और संदीप सिंह भी सत्संग स्थल गए थे।
कैसे हुआ हादसा?
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजेश कुमार सिंह ने कहा, "भोले बाबा का समागम हो रहा था, तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बड़ी तादाद में बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े, जिसे काबू करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गईं। लोग भागने लगे और एक-दूसरे पर गिरते गए। कुचलने से इतनी मौतें हुईं।"
मुख्यमंत्री बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
सरकार ने पूछताछ करने वालों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। आगरा जोन नियंत्रण (78398-66849), अलीगढ़ रेंज नियंत्रण (78398-55724), आगरा रेंज नियंत्रण (78398-55724), हाथरस नियंत्रण (94544-17377) और एटा नियंत्रण (94544-17438) के लिए नंबर जारी किए गए हैं। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज हाथरस जाकर घायलों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त सजा दी जाएगी।
मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
हाथरस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसमें घटना की जांच की मांग करते हुए जिम्मेदार लोगों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी की ओर से दाखिल इस याचिका में ऐसे समारोह के आयोजनों के लिए एक गाइडलाइन बनाने और घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में 5 सदस्यों की समिति से कराने की मांग की गई है।
कौन हैं भोले बाबा?
भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाले हैं। वे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस में रह चुके हैं, लेकिन 18 साल की नौकरी के बाद ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और सत्संग करने लगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और हरियाणा में उनके काफी अनुयायी बताए जाते हैं। वे हर सत्संग में अपनी पत्नी के साथ पहुंचते हैं और पवित्र पानी के जरिए परेशानियों को दूर करने का दावा करते हैं।