
गो फर्स्ट पर लटकी लाइसेंस रद्द होने की तलवार, DGCA ने टिकट बुकिंग पर लगाई रोक
क्या है खबर?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को गो फर्स्ट एयरलाइन को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया।
एयरलाइन को उसकी सेवाओं के संचालन को सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय तरीके से जारी रखने में विफल रहने के लिए यह नोटिस जारी हुआ है।
DGCA ने गो फर्स्ट को अगले आदेश तक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से टिकटों की बुकिंग और बिक्री को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश भी दिया है।
नोटिस
एयरलाइन को 15 दिनों में देना होगा जवाब
गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस की प्राप्ति के 15 दिनों के अंदर अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है, जिसके आधार पर उसके एयर ऑपरेटर्स सर्टिफिकेट (AOC) को जारी रखने पर निर्णय लिया जाएगा।
DGCA ने सुरक्षित रूप से सेवा संचालन जारी रखने में विफलता के चलते वायुयान नियम, 1937 की संबंधित धाराओं के तहत यह नोटिस जारी किया है।
गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत DGCA पर इन नियमों के पालन की जिम्मेदारी है।
मांग
एयरलाइन ने NCLT से की दिवालिया याचिका पर आदेश पारित करने की मांग
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, आर्थिक संकट से जूझ रही गो फर्स्ट ने सोमवार को राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (NCLT) से अपनी दिवाला याचिका पर तत्काल आदेश पारित करने मांग की है।
गौरतलब है कि एयरलाइन ने पिछले सप्ताह NCLT के समक्ष स्वैच्छिक दिवालिया समाधान प्रक्रिया के लिए आवेदन किया था।
इस प्रक्रिया के तहत कंपनी कहती है कि वह कर्ज का भुगतान नहीं कर सकती है और इसे सुलझाने के लिए किसी की मदद की जरूरत है।
फैसला
गो फर्स्ट ने 12 मई तक उड़ानों को किया था रद्द
बता दें कि इससे पहले गो फर्स्ट ने 12 मई तक अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया था, वहीं 15 मई तक टिकटों की बिक्री को भी निलंबित कर दिया था।
वाडिया समूह के स्वामित्व वाली गो फर्स्ट एयरलाइन ने एक बयान जारी कर कहा था कि वह रद्द की गई उड़ानों के लिए यात्रियों को उनके भुगतान के मूल तरीके के जरिए पूरा रिफंड जारी करेगी।
रोक
गो फर्स्ट ने अपने विमानों के परिचालन पर क्यों लगाई रोक?
गो फर्स्ट ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका की प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) इंटरनेशनल एयरो इंजन कंपनी द्वारा खराब इंजनों की आपूर्ति की बढ़ती संख्या के कारण उसे अचानक यह कदम उठाना पड़ा है।
गो फर्स्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कौशिक खोना ने कहा था कि कंपनी को काफी वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और इसके चलते 25 विमानों की सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।