दिल्ली: आज से शुरू होगा पहला स्मॉग टॉवर, जानें कैसे करेगा हवा साफ

दिल्ली में पहला 'स्मॉग टॉवर' शुक्रवार से शुरू हो जाएगा। 20 फीट लंबे इस टॉवर को दक्षिण दिल्ली की लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में लगाया गया है। यहां रोजाना लगभग 15,000 लोग आते हैं। यह टॉवर लाजपत नगर की ट्रेडर एसोसिएशन ने भाजपा सांसद गौतम गंभीर की मदद से लगवाया है। गंभीर शुक्रवार दोपहर को इसका उद्घाटन करेंगे। गौरतलब है कि दिवाली के बाद से दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया था।
दिल्ली में हवा की खराब गुणवत्ता पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों को जमकर फटकार लगाई गई थी। कोर्ट ने सरकार से दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण खत्म करने के लिए स्मॉग टॉवर लगाने की कार्ययोजना का खाका मांगा था।
नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था , "आप आलीशान बंगलों में बैठकर शासन करना चाहते हैं। आप चिंतित नहीं है और लोगों को मरने दे रहे हैं।" कोर्ट ने कहा, "आप कैसे लोगों को प्रदूषण से मरने दे सकते हैं? क्या आप देश को 100 साल पीछे जाने दे सकते हैं? ये करोड़ों लोगों के जीवन और मौत का मामला है। हमें इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बनाना होगा।"
सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद भी सरकारें अपने स्तर पर बहुत प्रयास करती नहीं दिख रही हैं। लाजपत नगर में लगा यह टॉवर भी ट्रेडर एसोसिएशन ने लगवाया है। यह टॉवर वीर सावरकर मार्ग पर चार फीट ऊंचे चबूतरे पर लगाया गया है। रोड से इसकी कुल ऊंचाई 24 फीट है। पिछले साल चीन में सबसे लंबा स्मॉग टॉवर बनाया गया था। इसकी लंबाई 328 फीट थी। यह दुनिया का सबसे ऊंचा ऐसा टॉवर है।
इस टॉवर को बनाने में सात लाख रुपये की लागत आई है, जिसका वहन गौतम गंभीर फाउंडेशन ने किया है। इसके संचालन पर हर महीने 30,000 रुपये का खर्च आएगा, जो ट्रेडर एसोसिएशन उठाएगी। टॉवर में एक बड़ी इनलेट और चार आउटलेट यूनिट है। यह इनलेट यूनिट की मदद से प्रदूषित हवा को अंदर खीचेंगा और साफ हवा को बाहर छोड़ेगा। बिजली से चलने वाला यह टॉवर 500-750 मीटर इलाके की हवा को साफ करेगा।
टॉवर के अंदर लगी मशीन हवा से लगभग 80 प्रतिशत तत्वों को साफ कर देगी। इसमें PM 2.5 और PM 10 जैसे प्रमुख प्रदूषक तत्व शामिल हैं। हवा में इनकी मात्रा कम होने से उसकी गुणवत्ता में काफी सुधार होगा।