कोरोना वायरस: अब कार्यस्थलों पर लगाई जाएगी वैक्सीन, केंद्र ने राज्यों को तैयारी के लिए कहा
क्या है खबर?
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान में भी तेजी लाना शुरू कर दिया है।
सरकार ने प्रतिदिन 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। इसी बीच सरकार ने अब कार्यस्थलों पर भी वैक्सीनेशन कैंप लगाने का निर्णय किया है।
इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तैयारी करने के लिए कहा है। हालांकि, इसमें 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी।
शुरुआत
देश में 16 जनवरी से हुई थी वैक्सीनेशन की शुरुआत
भारत में 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी।
शुरुआत में स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन दी गई। इसके बाद 1 मार्च से 60 साल से अधिक और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी।
1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
जानकारी
देश में अब तक लगी 8.70 करोड़ खुराकें
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 8,70,77,474 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 33,37,601 खुराकें लगाई गईं। इससे पहले सोमवार को देशभर में रिकॉर्ड 43,00,966 खुराकें लगाई गई थी।
तैयारी
11 अप्रैल से कार्यस्थलों पर लगाई जा सकती है वैक्सीन
NDTV के अनुसार सरकार ने वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाने के लिए अब कार्यस्थलों पर भी वैक्सीनेशन कैंप लगाने का निर्णय किया है।
इसमें ऐसे कार्यस्थलों का चयन किया जाएगा, जहां करीब 100 इच्छुक और पात्र लाभार्थी होंगे। इसकी शुरुआत आगामी 11 अप्रैल से हो सकती है।
इसको लेकर सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कार्यस्थलों पर वैक्सीनेशन कैंप आयोजित करने की तैयारी शुरू करने के लिए कहा है।
पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखा पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर कहा है कि राज्य सरकारों के समर्थन से वैक्सीनेशन अभियान को अधिक व्यावहारिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने आगे लिखा कि इसी तरह की तर्ज पर वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए सरकारी और निजी कार्यस्थलों पर भी वैक्सीनेशन कैंप लगाए जा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए कार्यस्थलों पर 100 इच्छुक और पात्र लाभार्थियों का होना आवश्यक है।
पाबंदी
बाहर के किसी व्यक्ति को नहीं लगाई जा सकेगी वैक्सीन
पत्र में यह भी कहा गया है कि कार्यस्थलों पर लगाए जाने वाले कैंप में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकेगी। इससे कम उम्र या कर्मचारियों के परिजन और किसी बाहर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की अनुमति नहीं होगी।
कार्यस्थलों पर वैक्सीनेशन कैंप लगाने की अनुमति की जिम्मेदारी संबंधित जिला कलक्टर या शहरी निकायों के प्रमुख की अध्यक्षता में बनी टास्क फोर्स को दी जाएगी। अनुमति के बाद ही कैंप लगाए जा सकेंगे।
प्रक्रिया
मंजूरी के लिए यह रहेगी प्रक्रिया
कार्यस्थलों पर वैक्सीनेशन कैंप के लिए संबंधित कार्यालय को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करना होगा। उस पर पंजीकरण एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता की जिम्मेदारी होगी।
किसी केंद्र को तभी मंजूरी दी जाएगी जब कार्यस्थल पर 50 लोग पहले ही कोविन पर पंजीकरण करा चुके हों। केंद्र स्थापित करने की तैयारी 15 दिन पहले करनी होगी।
कार्यस्थलों पर संचालित होने वाले केंद्रों को नजदीकी अस्पताल के टीकाकरण केंद्र से संबद्ध कराना जरूरी होगा।
मांग
कई मुख्यमंत्री कर चुके हैं आयु सीमा की पाबंदी हटाने की मांग
सरकार की यह पहल ऐसे समय में आई जब कई मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन में आयु सीमा की पाबंदी हटाने की मांग कर चुके हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वैक्सीनेश की उम्र 25 साल करने की मांग की है।
इसी तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आयु सीमा से पाबंदी हटाने की मांग कर चुके हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 18 साल तक लोगों को वैक्सीन लगाने का सुझाव दिया है।
जानकारी
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 1,15,736 मामले सामने आए और 630 मरीजों की मौत हुई। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,28,01,785 हो गई है। इनमें से 1,66,177 की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 8,43,473 हो गई है।