कोरोना वायरस: बढ़ते संक्रमण के बीच फिर से बढ़ी रेलवे के आइसोलेशन कोचों की मांग
क्या है खबर?
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। प्रतिदिन रिकॉर्ड संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। कई प्रभावित राज्यों के अस्पतालों में बेडों की कमी आने लगी है।
इस समस्या से निपटने के लिए ट्रेन के डिब्बों का इस्तेमाल कर बनाए गए विशेष आइसोलेशन कोचों की फिर से मांग बढ़ने लग गई है।
इस कड़ी में महाराष्ट्र के नंदुरबार जिला प्रशासन ने पश्चिमी रेलवे को ऐसे कोच की मांग भेजी है।
कोच
क्या हैं रेलवे द्वारा बनाए गए विशेष आइसोलेशन कोच?
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच रेलवे के साथ मिलकर पहली बार विशेष आइसोलेशन कोच तैयार करने की योजना बनाई थी।
इन कोचों को उन राज्यों के हल्के लक्षण वाले मरीजों के इस्तेमाल के लिए बनाया गया था, जहां बेड और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी आ गई थी।
इन कोचों को संदिग्ध और संक्रमित हो चुके लोगों के आइसोलेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
जानकारी
आइसोलेशन कोचों में रेलवे द्वारा मुहैया कराई जाती है ये सुविधाएं
बता दें कि इन आइसोलेशन कोचों में प्लेटफॉर्म की सफाई, कंबल, पानी, बिजली और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की जिम्मेदारी रेवले की होती है। इसके अलावा इन कोचों में रेलवे मरीजों को खाने-पीने और ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा भी मुहैया कराता है।
मांग
नंदुरबार जिला प्रशासन ने भेजी 95 कोच और 1,500 बेड की मांग
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार नंदुरबार जिला संक्रमण से खासा प्रभावित है। यहां 15 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू है। जिले में मार्च से अब तक प्रतिदिन औसतन 400 नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में यहां के अस्पतालों में अब बेडों की संख्या कम पड़ने लगी है।
इस समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पश्चिम रेलवे प्रशासन को मरीजों के उपचार के लिए करीब 95 आइसोलेशन कोच और 1,500 बेड की सुविधा देने की मांग की है।
करार
रेलवे और जिला प्रशासन के बीच यह हुआ है करार
नंदुरबार जिला प्रशासन और पश्चिमी रेलवे ने 11 अप्रैल को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अनुसार रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले सभी आइसोलेशन रेकों में 20-20 कोच होंगे। इनमें स्लीपर और जनरल की मोडिफाई की हुई बोगियां होगी। प्रत्येक कोच में 16 मरीजों को रखने की क्षमता होगी।
इसके अलावा इन कोचों को नंदुरबार जिला प्रशासन और पश्चिमी रेलवे के मुंबई डिविजन के बीच परस्पर सहमति के बाद तैनात किया जाएगा।
इस्तेमाल
मई 2020 तक बहुत हुआ था आइसोलेशन कोचों का इस्तेमाल
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल अप्रैल में राज्यों को आइसोलेशन कोच भेजना शुरू कर दिया था। मई तक 15 राज्यों के 215 स्टेशन पर 5,231 आइसोलेशन कोच तैनात किए गए थे।
हालांकि, राज्यों की तरफ से कम मांग होने के कारण 21 मई, 2020 को रेलवे बोर्ड ने अलग-अलग जोन को लिखकर 60 प्रतिशत कोचों को दोबारा सामान्य बनाने के लिए कहा था। पिछले कुछ महीनों से इन कोचों का इस्तेमाल नहीं हो रहा था।
संक्रमण
महाराष्ट्र में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
महामारी की दूसरी लहर से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां सोमवार को 51,751 नए मामले सामने आए हैं, जो 5 अप्रैल से अब तक की सबसे कम संख्या है। इसी तरह यहां 258 मरीजों की मौत भी हुई है।
इसके साथ संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 34,58,996 पर पहुंच गई है। इनमें से 58,245 की मौत हो चुकी है।
वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 5,66,278 है। यहां तेजी से सक्रिय मामलों में इजाफा हो रहा है।