दिल्ली में शख्स की सरेआम पिटाई, जबरदस्ती 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'असदुद्दीन ओवैसी मुर्दाबाद' के नारे लगवाए
पिछले साल दंगों का सामना करने वाली उत्तर-पूर्व दिल्ली से एक विचलित कर देने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक शख्स दूसरे शख्स को पीट रहा है और उससे 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'असदुद्दीन ओवैसी मुर्दाबाद' के नारे लगवा रहा है। नारे लगाने के बावजूद आरोपी शख्स पीड़ित को जमीन पर पटक-पटक कर पीट रहा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
खजूरी खास का है वीडियो
घटना उत्तर-पूर्व दिल्ली के खजूरी खास इलाके की बताई जा रही है। घटना के वीडियो में अजय गोस्वामी नामक आरोपी को पीड़ित को इधर-उधर पटक कर और लात-घूसों से पीटते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान पीड़ित गिड़गिड़ा रहा है, लेकिन अजय उसे फिर भी पीटे जा रहा है। घटना का वीडियो बना रहे कुछ लोग अजय से पीड़ित को कच्चे में डालकर पीटने की कह रहे हैं, वहीं कुछ लोग उससे मारपीट न करने की भी कहते हैं।
पीड़ित से लगवाए 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे
पिटाई के दौरान अजय पीड़ित से 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने को कहता है और पीड़ित पिटाई के डर से ये नारे लगाने लगता है। इस दौरान वीडियो बना रहा शख्स भी पीड़ित से 'असदुद्दीन ओवैसी मुर्दाबाद' और 'आजम खान मुर्दाबाद' के नारे लगाने को कहता है। पीड़िय अजय के पैर पकड़ कर उससे रहम की भीख भी मांगता है, लेकिन अजय उसे उठाकर जमीन पर पटक देता है।
देखें घटना का वीडियो
पुलिस ने दर्ज किया मामला, अजय को किया गिरफ्तार
वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने इसका संज्ञान लेते हुए आरोपी अजय को गिरफ्तार कर लिया है। डिप्टी पुलिस कमिश्नर (उत्तर-पूर्व दिल्ली) संजय कुमार सैन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, "खजूरी खास घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना का संज्ञान लेकर आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।" आरोपी के खिलाफ धारा 323 और धारा 341 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पिछले साल हुए दंगों में भी आया था अजय गोस्वामी का नाम
पुलिस के अनुसार, अजय गोस्वामी का पिछले साल उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुई दंगों में भी नाम आया था और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। विवादित नागरिकता संशोधन कानून और दिल्ली विधानसभा के नफरत भरे चुनाव प्रचार की पृष्ठभूमि में फरवरी, 2020 में हुए इन दंगों में 50 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। पुलिस के अनुसार, पीड़ित के खिलाफ भी लूट और हत्या का एक मामला दर्ज है।