दिल्ली वायु प्रदूषण: GRAP का चौथा स्तर लागू, स्कूल बंद करने पर फैसला आज
राजधानी दिल्ली में बीते कई दिनों से वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है और लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। यहां के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। इसे देखते हुए कई स्कूलों ने आउटडोर गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी है। वहीं हवा की गुणवत्ता देखते हुए दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण लागू हो गया है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
किस इलाके में कितना AQI?
शुक्रवार सुबह 6 बजे दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 453 बना हुआ था, जो गंभीर श्रेणी में है। अलग-अलग इलाकों की बात करें तो जहांगीरपुरी में यह 485, द्वारका सेक्टर 8 और वजीरपुर में 475, हवाई अड्डे में 453, ITO में 444, ओखला में 444, पुसा में 436 और आरके पुरम में 455 बना हुआ है। दिल्ली में हालात को देखते हुए सरकार से स्कूल बंद करने की मांग की जा रही है।
आज होगी उच्च स्तरीय बैठक
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें GRAP के चौथे चरण को लागू करने, प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर रोक लगाने, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने और गैर-जरूरी कमर्शियल गतिविधियों पर रोक आदि का फैसला लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि दिल्ली और केंद्र सरकार कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दे सकती है। वहीं वाहनों के लिए ऑड-ईवन फॉर्मूला भी लागू किया जा सकता है।
GRAP का चौथा चरण लागू होने से क्या होगा?
आवश्यक और आपात सेवाओं में लगे वाहनों को छोड़कर दिल्ली और आसपास के इलाकों में चार पहिया डीजल वाहनों पर रोक लग गई है। तेल से चलने वाले ट्रक दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। हाइवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पाइपलाइन आदि के निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लग गई है। स्वच्छ ईंधन से न चलने वाली सभी औद्योगिक इकाइयों को बंद करने का आदेश दे दिए गए हैं। डीजल से चलने वाले मध्य और भारी वाहनों पर भी रोक।
क्या है GRAP?
GRAP हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बाद लागू किया जाता है। यह AQI में सुधार के लिए अमल में लाया जाता है। इसे चार चरणों में लागू किया जाता है। पहला चरण AQI के खराब श्रेणी (201 से 300) होने, दूसरा चरण AQI के बहुत खराब श्रेणी (301 से 400) होने, तीसरा चरण AQI के गंभीर श्रेणी (401 से 450) होने तथा चौथा चरण AQI के बेहद गंभीर श्रेणी (450 से अधिक) होने पर लागू होता है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
विशेषज्ञों के अनुसार, लोगों को जहां तक संभव हो सके, एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्हें घर से बाहर और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। अगर कोई घर से बाहर निकल रहा है तो मुंह पर मास्क और आंखों पर चश्मा रखें। प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचने के लिए अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। अगर कोई बीमार है तो उसे नियमित तौर पर अपनी दवाएं लेनी चाहिए।