
भारत में फिर बढ़ने लगा कोरोना वायरस का प्रकोप, एक हफ्ते में आए 164 नए मामले
क्या है खबर?
खांसी और जुकाम से फैलने वाले कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर वापसी करता दिख रहा है। भारत में 12 मई से अब तक एक हफ्ते में 164 मामले सामने आ चुके हैं।
एशिया के हांगकांग और सिंगापुर में इसके मामले तेजी से बढ़ने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी समीक्षा शुरू कर दी है।
भारत में इस समय करीब 257 सक्रिय मामले हैं, जो डॉक्टरों की निगरानी में हैं।
आइए जानते हैं यह बढ़ोतरी कितनी खतरनाक है।
कोरोना वायरस
ज्यादा खतरनाक नहीं है इस बार का कोविड
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), आपातकालीन चिकित्सा राहत (EMR) प्रभाग, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और केंद्रीय अस्पतालों के विशेषज्ञों के साथ बैठक हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में ताजा लहर JN.1 वेरिएंट और इसके संबंधित वंशजों सहित नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट के प्रसार से प्रेरित है।
ये मामले हल्के हैं और इनमें असामान्य गंभीरता या मृत्यु दर का कोई संबंध नहीं दिखता।
प्रसार
कहां-कहां फैल चुका है कोरोना?
भारत में कोरोना के मौजूदा मामले केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सबसे अधिक हैं।
पिछले हफ्ते केरल में करीब 70 नए मामले सामने आए थे। इसके बाद महाराष्ट्र में 44 मामले और तमिलनाडु में 34 मामले सामने आए थे। अभी महाराष्ट्र में 56 सक्रिय मामले हैं।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना से 2 मौत भी सामने आई है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उनमें एक 59 साल के कैंसर रोगी और 14 साल की किडनी रोगी बच्ची थी।
वायरस
भारत में मौजूदा सभी मामले हल्के, अस्पताल में भर्ती नहीं मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि जिन दो लोगों की मौत हुई है, वे गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। हालांकि, उनमें कोरोना की पुष्टि हुई थी।
बताया जा रहा है कि भारत में जितने सक्रिय मामले हैं, सभी सामान्य हैं और उनमें किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी।
अन्य राज्यों में देखें तो कर्नाटक में 8, गुजरात में 6, दिल्ली में 3, हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में 1-1 मामले सामने आए हैं।
बयान
कोरोना महामारी विशेषज्ञ ने क्या कहा?
वर्ष 2020 में सरकार की ओर से रोजाना स्वास्थ्य ब्रीफिंग करने वाले प्रमुख महामारी विज्ञानी डॉ. रमन गंगाखेडकर ने भी जनता से शांत रहने का आग्रह किया है।
उनका कहना है कि जब तक अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु दर में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं होती है, तब तक घबराने की जरूरत नहीं।
उन्होंने कहा कि भारत के पास ओमिक्रॉन वैरिएंट से लड़ने वाली वैक्सीन मौजूद है। पुणे में mRNA आधारित वैक्सीन, GEMCOVAC-19, देश में विकसित ऐसी पहली वैक्सीन है।
खतरा
हांगकांग और सिंगापुर में कितना बढ़ रहा है प्रकोप?
सिंगापुर में मई 2025 में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े। जहां, अप्रैल में मामले 11,100 थे, जो मई के पहले सप्ताह में 14,200 पहुंच गए। इसमें 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
यहां अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 30 प्रतिशत बढ़ी है।
हांगकांग में 3 मई तक 31 मौत दर्ज की गई है, जो पिछले 12 महीने में सबसे अधिक साप्ताहिक मृत्यु है। यहां 10 हफ्तों में साप्ताहिक मामले 30 प्रतिशत तक बढ़े हैं।