सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट: भारत 80वें स्थान पर; अमेरिका नहीं, यह देश पहले नंबर पर
क्या है खबर?
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की है। इस सूची में भारत का पासपोर्ट 80वें स्थान पर है, जो पिछले साल की तुलना में 5 स्थान ऊपर है।
पासपोर्ट सूचकांक में भारत की वर्तमान रैंकिंग टोगो और सेनेगल जैसे देशों के बराबर है। भारतीय नागरिक बिना वीजा के 57 देशों की यात्रा कर सकते हैं।
आइये जानते हैं कि भारतीय पासपोर्ट धारकों को किन देशों में पूर्व वीजा की आवश्यकता नहीं है।
देश
इन देशों में पूर्व वीजा की जरूरत नहीं
भारतीय पासपोर्ट धारक इंडोनेशिया, थाईलैंड, रवांडा, जमैका और श्रीलंका जैसे देशों की बिना पूर्व वीजा के यात्रा कर सकते हैं और यहां एयरपोर्ट पहुंचने पर वीजा मिल जाएगा।
हालांकि, भारतीय नागरिकों को चीन, जापान, रूस, अमेरिका और पूरे यूरोपीय संघ जैसे दुनियाभर के 177 देशों में प्रवेश करने के लिए पूर्व वीजा की आवश्यकता होती है।
इस बार पासपोर्ट इंडेक्स में जापान पहले स्थान से खिसककर तीसरे स्थान पर आ गया है।
सिंगापुर
सिंगापुर का पासपोर्ट रैंकिंग में सबसे ऊपर
हाल में जारी पोसपोर्ट सूची में सिंगापुर ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट के मामले में जापान की जगह ले ली है। सिंगापुर के पासपोर्ट से 192 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं।
इसके साथ ही 5 साल शीर्ष पर रहने के बाद जापान तीसरे स्थान पर खिसक गया है क्योंकि उसके पासपोर्ट द्वारा बिना वीजा के पहुंच सकने वाले गंतव्यों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।
अमेरिका
अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे खराब
दुनिया का सबसे खराब पासपोर्ट अफगानिस्तान का है। इस सूची में सबसे आखिरी पायदान पर मौजूद अफगानिस्तान को 27 देश बिना वीजा यात्रा की अनुमति देते हैं।
अमेरिकी पासपोर्ट लगभग एक दशक पहले रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर था। अब वह इस सूची में फिसलकर आठवें स्थान पर आ गया है।
सूची में यूरोपीय देशों में मंदी के बाद ब्रिटेन का पासपोर्ट दो स्थानों की छलांग लगाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
क्या है इंडेक्स
क्या है हेनले पासपोर्ट इंडेक्स?
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स एक तरह से दुनिया के सभी पासपोर्टों की रैंकिंग है, जो यह बताती है कि किसी एक विशेष देश का पासपोर्ट धारक कितने देशों में बिना पूर्व वीजा के यात्रा कर सकता है।
इसे डॉ क्रिश्चियन एच केलिन द्वारा बनाया गया और 2006 में लॉन्च किया गया था। इसकी रैंकिंग अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन प्राधिकरण (IATA) के विशेष आंकड़ों पर आधारित है।
इसमें 199 विभिन्न पासपोर्ट और 227 वैश्विक गंतव्य शामिल हैं।