
अगले साल शुरुआत तक आ सकती है कोरोना वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री सबसे पहले लगवाने को तैयार
क्या है खबर?
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की वैक्सीन लॉन्च किए जाने की अभी कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन यह अगले साल की पहली तिमाही में आ सकती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात रविवार को देश के लोगों से बात करने के लिए आयोजित 'संडे संवाद' के पहले एपिसोड में कही है। उन्होंने वैक्सीन से जुड़ी अन्य बाते भी बताई।
वैक्सीन
वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में नहीं की जाएगी कोई कटौती- हर्षवर्धन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार डॉ हर्षवर्धन ने कहा, "वैक्सीन कब लॉन्च होगी इसकी अभी तक कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन इसके अगले साल की पहली तिमाही में आने की उम्मीद की जा सकती है।"
उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री की तरफ से आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि क्लीनिकल ट्रायल में कोई कटौती नहीं की जाएगी। वैक्सीन तभी मिलेगी जब सरकार उसको सुरक्षित और प्रभावशाली सुनिश्चित करेगी। अपनी सरकार और अपने स्वास्थ्य मंत्री पर पूरा भरोसा रखें।"
सुरक्षा
सुरक्षा जांच के लिए सबसे पहले खुद वैक्सीन लगवाने को तैयार
वैक्सीन की सुरक्षा के सवाल पर डॉ हर्षवर्धन ने कहा, "यदि आपको सरकार, वैज्ञानिकों और वैक्सीन से जुड़ी हुई सारी वैज्ञानिक प्रक्रिया पर कहीं पर भी भरोसे में कमी है तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर उस भरोसे को और मजबूत करने के लिए मुझे सबसे पहले वैक्सीन लगवानी होगी तो मैं सबसे पहले लगवा लूंगा।"
उन्होंने कहा कि वह देश हित और लोगों का विश्वास बरकरार रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
जानकारी
इन लोगों को दी जाएगी सबसे पहले वैक्सीन
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन उपलब्ध होने पर चिकित्साकर्मी, बुजुर्ग, कमजोर इम्युनिटी वाले लोग या अन्य दूसरी गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को सबसे पहले दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन पर सबसे पहला हक खतरे में खड़े लोगों का होना चाहिए।
प्रकोप
समय के साथ कम होता जाएगा वायरस का प्रकोप
वैक्सनी आने के बाद कोरोना वायरस के खत्म होने के सवाल पर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन से वायरस के प्रति इम्यूनिटी विकसित होती जाएगी और वायरस का प्रकोप कम होता जाएगा। हालांकि, यह कुछ देशों या राज्यों में कभी-कभी थोड़ी मात्रा प्रकोप दिखा सकता है, लेकिन इसका इलाज उपलब्ध हो जाएगा।
यह कितने समय बाद होगा और कब इसका स्तर कम होगा इसके बारे में कोई सही आकलन करना अभी संभव नहीं है।
अध्ययन
वायरस पर किया जा रहा है गहन अध्ययन- डॉ हर्षवर्धन
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया भर से इस बात के सुबूत आ रहे हैं कि कोरोना खत्म नहीं होने वाले बीमारी है। इसके लंबे समय तक लक्षण दिख सकते हैं।
इस बारे में सरकार भी डाटा जनरेट कर रही है कि रेस्पिरेटरी सिस्टम, रीनल सिस्टम, कार्डियो वैस्कुलर एंड गैस्ट्रो इन्सटेस्टिनल सिस्टम पर कोरोना वायरस का क्या प्रभाव पड़ता है?
देश में भी इसको लेकर रिसर्च चल रहा है। AIIMS जैसे संस्थानों को विशेष शोध करने को कहा गया है।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 94,372 नए मामले सामने आए और 1,114 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इससे पहले दिन रिकॉर्ड 97,570 नए मामले सामने आए थे और 1,201 मरीजों की मौत हुई थी।
इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 47,54,356 हो गई है, वहीं 78,586 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या 9,73,175 है।