कोरोना महामारी से बचाव के उपायों के पालन में लापरवाही बरत रहे लोग- स्वास्थ्य मंत्रालय
क्या है खबर?
भारत में प्रतिदिन कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार लोगों से महामारी से बचाव के उपायों का पालन करने की अपील कर रही है, लेकिन लोग अब लापरवाही बरतने लगे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मंगलवार को कहा कि राज्य सरकारों से लोगों द्वारा नियमों की पालना में लापरवाही बरते जाने की शिकायतें मिल रही है।
ऐसे में मंत्रालय ने लोगों से महामारी से बचने के लिए नियमों का पालन करने की अपील की है।
बयान
लक्षण दिखने पर आवश्यक रूप से जांच कराएं लोग- नीति आयोग
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार नीति (NITI) आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि महामारी से निपटने और मृत्यु दर को कम करने के लिए कोरोना जांच बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, "हमें एक ऐसा वातावरण बनाना होगा, जिसमें लोग जांच कराने से नहीं डरे। वर्तमान में खतरनाक बात यह है कि लोग लक्षण होने पर भी जांच नहीं करा रहे हैं।"
उन्होंने लोगों से लक्षण दिखने पर आवश्यक रूप से जांच कराने की अपील की है।
खतरा
शहरों के बाद अब गांवों में तेजी से फैल रहा संक्रमण- पॉल
पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े शहरों के बाद छोटे शहरों से होते हुए गांवों तक पहुंच गया है। ऐसे में समय पर जांच नहीं कराना सबसे बड़ी परेशानी है।
उन्होंने कहा कि इस प्रवृति से लोग न केवल सिस्टम, बल्कि खुद और अपने परिवार को जोखिम में डाल रहे हैं। यदि हालत बिगड़ने पर जांच कराएंगे तो खतरा बहुत अधिक बढ़ जाएगा।
उन्होंने कहा लोगों को वायरस से डरना चाहिए, लेकिन टेस्टिंग से नहीं डरना चाहिए।
जानकारी
"अनलॉक में लोगों का सहयोग बहुत जरूरी"
पॉल ने कहा कि अनलॉक में लोग लापरवाही बरतने लगे हैं। इससे खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कोरोना पर काबू पाने के लिए लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क पहनने, स्वच्छता रखने और बड़े समारोह आयोजित करने से बचने की अपील की है।
परेशानी
एंटीजन टेस्ट में निगेटिव आने वालों के नहीं कराए जा रहे RT-PCR टेस्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केंद्र की ओर से लगातार अधिक से अधिक जांच करने और संक्रमितों का पता लगाने की बात कही जा रही है। इसके बाद भी सही तरह से पालन नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीमों ने राज्यों का दौरा किया तो सामने आया कि अधिकतर राज्यों में एंटीजन रैपिट टेस्ट में निगेटिव आने वालों का RT-PCR टेस्ट नहीं कराया जा रहा है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
मृत्यु दर
भारत में लगातार घट रही है मृत्यु दर- भूषण
भूषण ने कहा कि वर्तमान में भारत में प्रत्येक 10 लाख की आबादी पर 3,102 लोग संक्रमित हो रहे हैं तथा 53 लोगों की मौत हो रही है। यह दोनों स्थिति पूरी दुनिया में सबसे कम है।
उन्होंने कहा कि देश में मृत्यु दर भी लगातार कम होती जा रही है। वर्तमान में देश में 73,890 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके हिसाब से मृत्यु दर 1.70 प्रतिशत है, जो दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बहुत कम है।
जानकारी
देश के पांच राज्यों में हुई 70 प्रतिशत मौतें
भूषण ने बताया कि देश में हुई कुल मौतों में से 70 प्रतिशत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में हुई है। इन्हीं राज्यों में कुल संक्रिय मामलों का 62 प्रतिशत हिस्सा है। 14 राज्यों में 5,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।
जांच
निजी लैब्स में लगातार बढ़ रही है जांच की संख्या
भूषण ने कहा कि भारत में लगातार जांच की संख्या बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में देश में किए गए 10 लाख से अधिक टेस्टों में से 1,18,028 जांच निजी लैब्स में की गई है। यह छोटी संख्या नहीं है।
उन्होंने कहा पिछले दो सप्ताह में जांच में आई तेजी के कारण देश में प्रत्येक 10 लाख लोगों पर जांच की संख्या 26,016 से बढ़कर 36,703 पर पहुंच गई है। यह देश के लिए बड़ी राहत की बात है।
जानकारी
रूस ने किया कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के उत्पादन-ट्रायल का अनुरोध
पॉल ने कहा कि रूस ने अपनी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल और उत्पादन के लिए भारत से अनुरोध किया है। रूस शुरू से भारत का अच्छा दोस्त रहा है। ऐसे में उसके अनुरोध पर विचार किया जा रहा है।
संक्रमण
भारत और दुनिया में यह है संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 89,706 नए मामले सामने आए और रिकॉर्ड 1,115 मरीजों की मौत हुई है।
देश में कुल मामलों की संख्या 43,70,128 हो गई है, वहीं 73,890 लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामलों की संख्या 8,97,394 है।
इसी तरह दुनियाभर में अब तक 2.74 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 8.93 लाख की मौत हुई है। अमेरिका में 63.26 लाख संक्रमित और 1.89 लाख मौत के साथ सबसे प्रभावित देश है।