देश में जून तक नौ करोड़ पर पहुंच जाएगा कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन- सरकार
क्या है खबर?
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में वैक्सीन की कमी से जूझ रहे देश के लिए राहत की खबर है।
वैक्सीन के उत्पादन का कार्य कर रही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोेटेक ने आगामी चार महीने में वैक्सीनों के उत्पादन को तेज करने की योजना बनाई है। दोनों कंपनियों ने इस योजना को सरकार को भी भेज दिया है।
इसमें उन्होंने उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाकर जून तक नौ करोड़ वैक्सीनों का उत्पादन करने का आश्वासन दिया है।
बयान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दी उत्पादन बढ़ाए जाने की जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार रात ट्वीट किया कि, 'मई में भारत का कुल वैक्सीन उत्पादन आठ करोड़ खुराक और जून में नौ करोड़ पर पहुंच जाएगा। केंद्र यह संभव बनाने के लिए कंपनियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा।'
लक्ष्य
SII ने अगस्त तक 10 करोड़ खुराक के उत्पादन का रखा लक्ष्य
दोनों वैक्सीन निर्माताओं ने जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर के लिए अपनी उत्पादन योजनाएं भेजी हैं। भारत बायोटेक ने भारत की पहली स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
कंपनी ने जुलाई में 3.32 करोड़ और अगस्त में 7.82 करोड़ खुराक के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
इस बीच पुणे स्थित SII अगस्त तक 'कोविशिल्ड' के उत्पादन को 10 करोड़ खुराक तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सहयोग
तीन और कंपनियां करेंगी 'कोवैक्सिन' का उत्पादन
भारत में वैक्सीन की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तीन कंपनियों को सरकार द्वारा 'कोवैक्सिन' का उत्पादन करने की मंजूरी दी गई है।
ऐसे में अब हैदराबाद में भारत बायोटेक की फैक्ट्री के अलावा मुंबई स्थित हैफकिन बायोफार्मास्युटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हैदराबाद की इंडियन इम्युनोलॉजिकल लिमिटेड और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में संचालित भारत इम्युनोलॉजिकल एंड बायोलॉजिकल लिमिटेड (BIBCOL) भी 'कोवैक्सिन' का उत्पादन में सहयोग प्रदान करेगी।
परेशानी
भारत में वैक्सीनेशन अभियान की गति में आई कमी
बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन अभियान संचालित करने की भारत की योजना कई राज्यों में आई वैक्सीनों की भारी कमी के कारण खराब हो गई है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में सरकारों ने कहा है कि उनके पास सभी योग्य समूहों के वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त खुराक नहीं है। कुछ राज्यों ने 45 वर्ष से कम आयु के लोगों के वैक्सीनेशन अभियान को ही रोक दिया है। वह 45 से ऊपर वालों को दूसरी खुराक देने का प्राथमिकता दे रहे हैं।
आयात
दिल्ली और अन्य राज्य कर रहे वैक्सीनों का आयात करने का प्रयास
देश में वैक्सीनों की कमी को देखते हुए अब दिल्ली, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और उत्तराखंड जैसे कई राज्यों ने कथित तौर पर विदेशों से वैक्सीन की खरीद के लिए वैश्विक निविदा मंगाने का फैसला किया है।
वर्तमान में भारत में वैक्सीनेशन अभियान में 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' का उपयोग किया जा रहा है।
इसी तरह रूस की 'स्पुतनिक-V' को तीसरी वैक्सीन के रूप में मंजूरी दी गई है। इसके आने से थोड़ी और राहत मिल सकेगी।
जानकारी
भारत में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 17,72,14,256 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 18,94,991 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,62,727 नए मामले सामने आए और 4,120 मरीजों की मौत हुई। तीन दिन की गिरावट के बाद मामलों में मामूली उछाल देखा गया है।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,37,03,665 हो गई है। इनमें से 2,58,317 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या भी दो दिन बाद बढ़कर 37,10,525 हो गई है।