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ICMR प्रमुख ने बताया, क्यों कोरोना की दूसरी लहर में अधिक प्रभावित हो रहे युवा

ICMR प्रमुख ने बताया, क्यों कोरोना की दूसरी लहर में अधिक प्रभावित हो रहे युवा

May 12, 2021
12:56 pm

क्या है खबर?

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में युवाओं के थोड़ा अधिक प्रभावित होने के कारण बताए हैं। उन्होंने कहा कि इसके मुख्य तौर पर दो कारण है जिनमें से एक युवाओं का कामकाज या अन्य चीजों के लिए घर से ज्यादा बाहर निकलना है। वहीं दूसरे कारण में उन्होंने ऐसा वेरिएंट फैलने की आशंका जताई जो युवाओं को ज्यादा प्रभावित कर रहा है।

बयान

क्या बोले डॉ भार्गव?

युवाओं के पहली लहर के मुकाबले थोड़ा अधिक संक्रमित होने पर डॉ भार्गव ने कहा, "इसके पीछे मुख्य तौर पर दो कारण हैं। हमने पाया है कि युवा लोग थोड़ा अधिक प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि वे अचानक से बाहर जाने लगे हैं और देश में ऐसे वेरिएंट भी फैल रहे हैं जो शायद युवाओं को अधिक प्रभावित कर रहे हैं।" हालांकि उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी लहर में ज्यादा अंतर नहीं है।

सबसे अधिक प्रभावित

"45 साल से अधिक उम्र के लोगों को सबसे अधिक खतरा"

डॉ भार्गव ने कहा, "हम अगस्त से आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं। 45 साल से अधिक लोगों को सबसे अधिक खतरा है और अस्पताल में भर्ती होने वालों की मृत्यु दर लगभग 9.6 या 9.7 प्रतिशत है।" सरकार द्वारा जारी किए गए एक आंकड़े के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के कारण हुई कुल मौतों में से 88 प्रतिशत 45 साल से अधिक लोगों में हुई हैं। इसी कारण इस आयु वर्ग को वैक्सीेनेशन में प्राथमिकता दी गई है।

सरकार का पक्ष

केंद्र सरकार खारिज करती रही है युवाओं के अधिक प्रभावित होने के दावे

बता दें कि मार्च से शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में युवाओं में अधिक संक्रमण देखने को मिल रहा है, हालांकि केंद्र सरकार से इसके पहली लहर से अलग न होने की बात कही है। अप्रैल में आंकड़े जारी करते हुए सरकार ने कहा था कि यहां पहली लहर में 31 प्रतिशत प्रभावित लोग 30 साल से कम उम्र के थे, वहीं दूसरी लहर में यह आंकड़ा थोड़ा बढ़कर 32 प्रतिशत हुआ है।

तीसरी लहर

तीसरी लहर में बच्चों के अधिक संक्रमित होने की आशंका

गौरतलब है कि सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की भी चेतावनी दे चुके हैं और आशंका जताई जा रही है कि इस लहर में बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इसी चेतावनी को देखते हुए कुछ राज्यों ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ने तो पूरे राज्य में बाल चिकित्सा केंद्र खोलना शुरू भी कर दिया है।

कोरोना का कहर

देश में क्या है महामारी की स्थिति?

देश में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,48,421 नए मामले सामने आए और 4,205 मरीजों की मौत हुई। लगातार तीसरे दिन दैनिक मामलों में कमी देखी गई है। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,33,40,938 हो गई है। इनमें से 2,54,197 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या लगातार दूसरे दिन कम होकर 37,04,099 हो गई है।