दिल्ली: कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स ने अस्पताल पर लगाया भर्ती न करने का आरोप
दिल्ली के एक कोरोना वायरस मरीज ने लोक नायक जयप्रकाऱ नारायण (LNJP) अस्पताल पर उसे भर्ती करने और तत्काल इलाज करने से मना करने का आरोप लगाया है। चूड़ीवालां के रहने वाले नसीम और उनके परिवार के सात अन्य सदस्यों ने एक प्राइवेट लैब में कोरोना वायरस का टेस्ट कराया था और नतीजे पॉजिटिव आने के बाद वे इलाज के लिए लोक नायक अस्पताल पहुंचे थे। नसीम ने सोशल मीडिया पर वीडियो डाल ये आरोप लगाया है।
नसीम का आरोप, डॉक्टरों और स्टाफ ने किया भर्ती करने से इनकार
बुधवार रात को डाले गए वीडियो में नसीम बता रहे हैं कि वह दो-ढाई घंटे से अपने भाई, बेटे और भतीजे के साथ LNJP अस्पताल के बाहर खड़े हुए हैं, लेकिन कोई उनकी सुन नहीं रहा है। वह कह रहे हैं, "मेरा हालत अब थोड़ी खराब होने लगी है। मैं चाहता हूं कि हमारी मदद की जाए और हमें एडमिट किया जाए। डॉक्टर और स्टाफ सब मना कर रहे हैं एडमिट करने से।"
नसीम बोले- परिवार में अन्य सात सदस्य भी कोरोना से संक्रमित
वीडियो में नसीम कह रहे हैं, "हम चूड़ीवालां से यहां LNJP में बड़ी मुश्किल से आए हैं पैदल और घऱ में भी सात मरीज और हैं। हम इसलिए आ गए थे कि पहले हम एडमिट हो जाते हैं, बाकी इन लोगों को फिर बुला लिया जाएगा। लेकिन हमारी यहां किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की जा रही है... एक दो महीने का बच्चा भी है छोटा वाला... लेकिन अब उसकी तबीयत काफी बेहतर है उसको ट्रीटमेंट दे दिया था।"
मदद की अपील कर रहे हैं नसीम
LNJP अस्पताल ने कहा- भर्ती किए गए परिवार के तीन सदस्य
नसीम के आरोपों पर LNJP अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जेसी पासे ने कहा, "कोरोना वायरस से संक्रमित परिवार के तीन सदस्यों को हमने भर्ती कर लिया है। इसमें वृद्ध, अन्य बीमारियों वाला मरीज और एक दो महीने का शिशु शामिल हैं।" उन्होंने कहा कि LNJP अस्पताल में कोरोना वायरस की तीसरी कैटेगरी के मरीजों को भर्ती किया जाता है। इस कैटेगरी में वे मरीज आते हैं जो बहुत अधिक बीमार हों और जिन्हें ICU और वेंटीलेटर की जरूरत हो।
दिल्ली में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
देश की राजधानी दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,248 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 48 लोगों की मौत हुई है, वहीं 724 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। दिल्ली के कुल मामलों में एक बड़ा हिस्सा तबलीगी जमात से संबंधित है। शहर के 89 इलाकों को अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है और दिल्ली सरकार यहां ऑपरेशन 'शील्ड' चलाकर घर-घर जाकर जांच कर रही है।