उत्तर प्रदेश: पुलिसकर्मी को पीट रही थी हिंसक भीड़, 'फरिश्ता' बनकर आए शख्स ने बचाया
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। कहीं पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जमकर पीटा तो कहीं प्रदर्शनाकरियों ने हिंसा की।
इस बीच प्रदर्शनों की दूसरी तस्वीर पेश करता एक मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति ने एक पुलिसकर्मी को भीड़ से बचाया।
भीड़ ने पुलिसकर्मी को अकेले घेर लिया था और उसे पीट रही थी। इस दौरान उसे चोटें भी आईं।
घटना
फिरोजाबाद का है मामला
मामला पिछले शुक्रवार को नमाज के बाद हुए प्रदर्शनों के समय का है।
फिरोजाबाद में अजय कुमार नामक पुलिसकर्मी को भीड़ ने घेर कर पीटा था। इस दौरान उसके हाथ और सिर पर चोटें आईं।
अगर हाजी कादिर नामक व्यक्ति अजय को बचाने आगे न आए होते तो मामला और भी बढ़ सकता था।
कादिर अजय को भीड़ से बचाकर अपने घर ले गए और बाद में स्थिति सामान्य होने पर पुलिस स्टेशन पहुंचाया।
बयान
अजय बोले- फरिश्ते की तरह मेरे जीवन में आए हाजी कादिर
घटना को याद करते हुए अजय ने बताया, "हाजी कादिर साहब मुझे अपने घर लेकर गए। मेरी एक उंगली और सिर पर चोट थी। उन्होंने मुझे पानी दिया और पहनने को अपने कपड़े दिए। उन्होंने मुझे भरोसा दिया कि मैं सुरक्षित हूं। बाद में वो मुझे पुलिस स्टेशन लेकर गए।"
उन्होंने आगे कहा, "वो एक फरिश्ते की तरह मेरे जीवन में आए। अगर वो नहीं होते तो शायद मुझे मार दिया गया होता।"
बयान
घटना के समय नमाज पढ़ रहे थे कादिर
वहीं कादिर ने घटना को याद करते हुए कहा कि वो नमाज पढ़ रहे थे और तभी उन्होंने बताया गया कि एक भीड़ ने एक पुलिसकर्मी को घेर लिया है।
उन्होंने कहा, "वो गंभीर रूप से घायल हुआ था। मैंने उसे भरोसा दिया कि मैं उसे बचाउंगा। उस समय मुझे उसका नाम नहीं पता था। मैंने जो भी किया इंसानियत के लिए किया।"
कादिर और अजय की ये कहानी पुलिस और प्रदर्शनकारियों दोनों के लिए एक सीख हो सकती है।
अन्य घटना
अहमदाबाद में भी पुलिसकर्मियों की रक्षा के लिए आगे आए थे युवक
इससे पहले गुजरात के अहमदाबाद से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था जहां सात मुस्लिम युवकों ने चार पुलिसकर्मियों को भीड़ से बचाया था।
पुलिस और प्रदर्शकारियों के बीच झड़प के दौरान ये चारों पुलिसकर्मी कोने में फंस गए थे और भीड़ उन पर पत्थर बरसा रही थी।
कोई अप्रिया घटना होती इससे पहले एक युवक आगे निकल कर आया और उसने भीड़ से पत्थर मारना बंद करने को कहा।
जानकारी
पुलिसकर्मियों की ढाल बनकर खड़े हो गए सातों युवक
इसके बाद छह और युवक आगे आए और सातों मिलकर पुलिसकर्मियों की ढाल बनकर खड़े हो गए। बाद में वो पुलिसकर्मियों को सुरक्षित वहां से बाहर निकालकर ले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हुआ था।