दिल्ली में 4 नवंबर से लागू होगा ऑड-ईवन नियम, जानें किसे मिलेगी छूट
क्या है खबर?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को 4 नवंबर से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन नियम लागू करने की घोषणा की।
ऑड-ईवन नियम रविवार को छोड़कर बाकी दिन सुबह आठ से रात आठ बजे तक प्रभावी होगा और इसका उल्लंघन करने पर 4,000 रुपये का जुर्माना लगेगा।
इस बार दोपहिया वाहनों को नियम से छूट दी गई है। इसके अलावा महिलाओं को भी इस नियम से छूट दी गई है।
घोषणा
केजरीवाल और दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर भी लागू होगा ऑड-ईवन नियम
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने बताया कि सभी गैर-परिवहन चौपहिया और दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर ये नियम लागू होगा।
खुद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के सारे मंत्री इसके दायरे में होंगे।
हालांकि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपालों, भारत के मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रियों, राज्य सभा और लोकसभा में नेता विपक्ष और अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के वाहनों को ऑड-ईवन नियम से छूट दी गई है।
दिल्ली सरकार
प्रदूषण पर नजर रखने के लिए बनाए गए 16 सतर्कता दल
स्कूल के बच्चों को ले जा रहे वाहनों पर भी ऑड-ईवन नियम लागू नहीं होगा। हालांकि, बच्चों को स्कूल छोड़कर वापस लौट रहे वाहनों पर नियम कैसे लागू होगा, इस पर स्थिति बाद में साफ की जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार ने दिन-रात निर्माण स्थलों और कचरे के दहन पर नजर रखने के लिए 16 सतर्कता दल बनाए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की वजहें स्पष्ट नहीं हैं।
ऑड-ईवन नियम
क्या है ऑड-ईवन नियम?
गणित में 1,3,5,7 और 9 नंबर ऑड और 2,4,6,8 और 0 ईवन होते है।
ऑड-ईवन नियम के तहत अगर आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट का आखिरी नंबर ऑड है तो आप ऑड तारीखों को ही गाड़ी चला पाएंगे।
इसी तरह अगर आपकी गाड़ी का आखिरी नंबर ईवन है तो आप महीने की ईवन तारीखों पर गाड़ी दिल्ली की सड़कों पर निकाल पाएंगे।
गलत दिन पर चलने वाली गाड़ियों का चालान किया जाता है।
जानकारी
पहली बार 2016 में लागू हुआ था ऑड-ईवन नियम
ये पहली बार नहीं है जब दिल्ली में ऑड-ईवन नियम लागू और इससे पहले भी कई बार इसे लागू किया जा चुका है। सबसे पहले इसे 2016 में 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच लागू किया गया था, जिसे मिश्रित प्रक्रिया मिली थीं।
वजह
क्यों लागू किया जाता है ऑड-ईवन नियम?
दिल्ली में सर्दियों के समय प्रदूषण का स्तर बेहद बढ़ जाता है और हवा में प्रदूषक PM2.5 तत्वों की संख्या बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच जाती है।
PM2.5 फेफड़ों में घुसकर उन्हें नुकसान पहुंचाता है, जिससे सांस संबंधी कई बीमारियां हो सकती हैं।
कम तापमान की वजह से प्रदूषण जम जाता है और धुंध जैसा लगता है।
दिवाली जैसे त्योहारों से लेकर पड़ोसी राज्यों के किसानों के पराली जलाने तक सर्दियों में प्रदूषण बढ़ने के कई कारण माने जाते हैं।