
बिहार: कोरोना मौतों में बड़ा हेरफेर, जांच के बाद मृतकों की संख्या 73 प्रतिशत बढ़ी
क्या है खबर?
बिहार सरकार की एक समीक्षा में राज्य में कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों में बड़ी हेरफेर का मामला सामने आया है। इस समीक्षा के बाद राज्य सरकार ने कुल मौतों में लगभग 73 प्रतिशत वृद्धि की है और इन्हें लगभग 5,400 से बढ़ाकर 9,400 कर दिया गया है।
इस वृद्धि के कारण केंद्र सरकार के राष्ट्रीय आंकड़ों में भी इजाफा हुआ है और आज महामारी के दौरान एक दिन में सबसे अधिक 6,148 मौतें दर्ज की गई हैं।
समीक्षा
पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद की गई समीक्षा
बिहार सरकार ने पटना हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद कोरोना मौतों की यह समीक्षा की थी। सरकार के संक्रमण के मामलों और मौतों को छिपाने के आरोपों के बीच हाई कोर्ट ने सरकार को अप्रैल-मई में दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों की समीक्षा करने को कहा था।
इसके बाद सरकार ने हर जिले में दो तरह की टीमें बनाकर समीक्षा की थी और दोनों ही टीमों ने पाया कि जिला प्रशासनों ने मौतों को छिपाया है।
आंकड़े
5,458 से बढ़कर 9,429 हुआ कुल मौत का आंकड़ा
समीक्षा के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कुल मौतों के आंकड़ों में 3,971 (72.75 प्रतिशत) मौतें और जोड़ दी गई हैं और ये 5,458 से बढ़कर 9,429 हो गई हैं।
नए आंकड़ों के अनुसार, बिहार में मार्च, 2020 में महामारी की शुरूआत से मार्च, 2021 तक 1,600 मौतें हुईं, वहीं इस साल अप्रैल से 7 जून के बीच मात्र दो महीनों में 7,775 मौतें हुईं।
विभाग ने ये नहीं बताया कि नई मौतें कब हुई थीं।
अंतर
पटना में दर्ज मौतें अभी भी श्मशान घाटों के आंकड़ों से कम
नए आंकड़ों के अनुसार, राज्य की राजधानी पटना में कोरोना वायरस के कारण सबसे अधिक 2,303 मौतें हुईं। जो नई मौतें आंकड़ों में जोड़ी गई हैं, उनमें भी सबसे अधिक हिस्सेदारी पटना की रही।
हालांकि ये आंकड़े भी श्मशान घाटों के आंकड़ों से मेल नहीं खाते और पटना के तीन सरकारी श्मशान घाटों में ही 3,243 कोविड मरीजों के अंतिम संस्कार की बात सामने आ चुकी है।
अब इस अंतर पर भी एक नया विवाद खड़ा हो सकता है।
बयान
मुख्य स्वास्थ्य सचिव ने यह बताया अंतर का कारण
बिहार के मुख्य स्वास्थ्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि इस अंतर को इस बात से समझा जा सकता है कि अगर किसी दूसरे जिले का शख्स पटना में मरता है तो उसका अंतिम संस्कार तो यहां होगा, लेकिन उसकी मृत्यु पटना नहीं उसके गृह जिले के आंकड़ों में शामिल होनी चाहिए।
समीक्षा के बाद के नए आंकड़ों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में भी 222 मौतें जुड़ी हैं।
डाटा
कम हुई ठीक होने वाली मरीजों की संख्या और रिकवरी रेट
आंकड़ों के अनुसार, बिहार में अब तक 7,15,179 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है। राज्य सरकार ने ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 7,01,234 से घटाकर 6,98,397 कर दी है। रिकवरी रेट भी 98.70 प्रतिशत से घटकर 97.65 प्रतिशत हो गई है।