'लव जिहाद' पर कानून के विरोध में जदयू, कहा- व्यस्कों को मर्जी से शादी का अधिकार
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत भाजपा शासित कई राज्यों में 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं। बिहार में भी ऐसी ही मांग उठी थी, लेकिन सरकार में भाजपा की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने इसे खारिज कर दिया है। जदयू का कहना है कि ऐसे कानून समाज में घृणा और विभाजन का कारण बनते हैं, जो उसे मंजूर नहीं। पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने कड़े शब्दों में इन कानूनों का विरोध किया है।
बिहार में भी कानून बनाने की उठी थी मांग
शुक्रवार को पटना में हिंदू जागरण मंच का सम्मेलन था। इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक डॉक्टर सुमन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बना चुकी है। अब बिहार में ऐसा कड़ा कानून बनाने की जरूरत है। भाजपा की राज्य इकाई ने आधिकारिक तौर पर इस मांग का समर्थन नहीं किया, लेकिन कुछ विधायक इस पक्ष में बोलने लगे।
भाजपा विधायक बोले- जल्दी कानून बनाए राज्य सरकार
जागरण की खबर के अनुसार, बिस्फी से भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि यह मांग जरूरी है। बिहार सरकार को जल्दी 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाना चाहिए। उन्होंने नेतृत्व से मांग की कि वह इस संबंध में राज्य सरकार से बातचीत करें। उन्होंने कहा कि 'लव जिहाद' रोकने के साथ-साथ जनसंख्या नियंत्रण कानून भी बनना चाहिए नहीं तो अगले 30 वर्षों में देश में हिंदू ही अल्पसंख्यक हो जाएंगे।
जदयू ने खारिज की मांग
जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने की मांग पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि 'लव जिहाद' के नाम पर समाज में नफरत और विभाजन का माहौल बनाया जा रहा है। त्यागी ने आगे कहा कि संविधान और कानून के प्रावधान दो वयस्कों को अपनी पसंद का जीवन साथी चुनने की आजादी देते हैं, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या क्षेत्र का हो।
समाजवादियों ने हमेशा विवाह के अधिकार को बरकरार रखा- त्यागी
मीडिया से बात करते हुए त्यागी ने आगे कहा कि समाजवादियों ने डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के दिनों से ही वयस्कों के विवाह के अधिकार को बरकरार रखा है, चाहे वह किसी भी जाति और सम्प्रदाय में हो। बता दें कि जदयू बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रही है। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में जदयू को भाजपा से कम सीटें मिली थी, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी जदयू के ही पाले में आई है।
कई भाजपा शासित ला रहे 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून
उत्तर प्रदेश सरकार जहां अध्यादेश के जरिये राज्य में 'लव जिहाद' को रोकने का कानून लागू कर चुकी है, वहीं मध्य प्रदेश कैबिनेट ने ऐसे ही कानून के मसौदे को हरी झंडी दिखा दी है। दोनों राज्योें में जबरन या फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने पर कड़ी सजा और भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इनके अलावा हरियाणा समेत कई दूसरे भाजपा शासित राज्य ऐसा ही कानून लाने की बात कह चुके हैं।
क्या होता है 'लव जिहाद'
जानकारी के लिए बता दें कि लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल दक्षिणपंथी संगठन अंतर-धार्मिक शादी के लिए करते हैं। इसमें उनका आरोप होता है कि मुस्लिम पुरुष से शादी कराने के लिए महिला को बहला-फुसलाकर या जबरन धर्म-परिवर्तन किया जाता है। हालांकि, केंद्र सरकार ऐसा किसी शब्दावली को नहीं मानती। सरकार ने संसद को बताया था कि मौजूदा कानूनों में 'लव जिहाद' को परिभाषित नहीं किया गया है। और किसी केंद्रीय एजेंसी के सामने ऐसा कोई मामला नहीं आया है।