अरुणाचल की घटना का बिहार में असर नहीं, भाजपा-जदयू गठबंधन मजबूत और अटूट- सुशील मोदी
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायकों के भाजपा में शामिल होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा और बिहार में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन 'अटूट' है। मोदी ने कहा कि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन मजबूत है और यह अटूट है। अरुणाचल प्रदेश की घटना का यहां कोई असर नहीं होगा। खुद जदयू के लोगों ने कहा था कि अरुणाचल में जो हुआ, उसका बिहार में असर नहींं पड़ेगा।"
अरुणाचल प्रदेश में क्या हुआ था?
बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रही जनता दल (यूनाइटेड) को अरुणाचल प्रदेश में बड़ा झटका लगा था। बीते सप्ताह यहां पार्टी के सात विधायकों में से छह ने भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों के नाम तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोंग्रु सियोंग्जु, कांगोंग ताकू हैं। इन विधायकों ने शीर्ष नेतृत्व को भरोसे में लिए बिना तलेम तबोह को विधानसभा में पार्टी का नेता चुन लिया था।
बिहार में गठबंधन मजबूत- मोदी
मोदी ने कहा कि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन मजबूत है और यह अटूट रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते थे। भाजपा ने निर्णय लिया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। भाजपा ने नीतीश जी से आग्रह किया कि जनता ने उनके नाम पर जनादेश दिया था। उन्होंने कहा, "हमने सबने कहा कि वोट आपके नाम पर मिला है इसलिए मुख्यमंत्री आपको ही बनना चाहिए। इसके बाद नीतीश जी तैयार हो गए थे।"
मेरी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं- नीतीश
मुख्यमंत्री को लेकर की गई मोदी की टिप्पणी को नीतीश कुमार के बयान का जवाब माना जा रहा है। दरअसल, नीतीश कुमार ने रविवार को कहा था, "मेरी मुख्यमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं थी। मैंने कहा था कि जनता ने जनादेश दिया है तो कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है। भाजपा अपना मुख्यमंत्री भी बना सकती है।" गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों में कम सीटें जीतने के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी जदयू के हाथ में आई है।
पार्टी ने भाजपा पर लगाया गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप
अरुणाचल प्रदेश में विधायकों के भाजपा में शामिल होने से जदयू खासा नाराज बताई जा रही है। पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने इस पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा यह गठबंधन धर्म के खिलाफ है। भाजपा को गठबंधन धर्म का वैसे ही पालन करना चाहिए, जैसा अटल बिहारी वाजपेयी के समय में होता है। त्यागी ने यह भी कहा कि इस समय अरुणाचल प्रदेश सरकार पर किसी तरह का कोई संकट भी नहीं था।