H3N2 वायरस के मामलों के बीच बढ़ती कोविड पॉजिटिविटी दर पर केंद्र सरकार हुई अलर्ट
क्या है खबर?
केंद्र सरकार देश में मौसमी इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पिछले कुछ दिनों में कुछ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में हुई बढ़ोतरी को लेकर अलर्ट हो गई है।
केंद्र सरकार ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस संबंध में जरूरी कदम उठाने की जरूरत है।
केंद्र ने राज्यों से जरूरी दवाइयों और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ-साथ वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए भी कहा है।
पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखा पत्र
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों को भेजे पत्र में लिखा, 'पिछले कुछ महीनों में कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है। हालांकि, कुछ राज्यों में कोविड पॉजिटिविटी दर में वृद्धि देखी गई है, जो एक चिंताजनक मुद्दा है। इस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।'
उन्होंने आगे लिखा कि इंफ्लुएंजा के मामलों को देखते हुए श्वसन संबंधी एकीकृत निगरानी तंत्र के दिशा-निर्देशों का पालन भी किया जाना चाहिए।
सलाह
बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिल सकते हैं गंभीर परिणाम- केंद्र
भूषण ने अपने पत्र में लिखा, '1 जनवरी, 2023 से ICMR की नेटवर्क प्रयोगशालाओं द्वारा किए जा रहे श्वसन नमूनों के परीक्षण के अनुसार, करीब 25.4 प्रतिशत नमूने एडेनोवायरस पॉजिटिव मिले हैं।'
उन्होंने कहा कि कई मौसमी बीमारियां का प्रकोप हल्का और सीमित होता है, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों के साथ-साथ श्वसन संक्रमण, मोटापे, मधुमेह और हृदय रोग से ग्रसित लोगों में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।
जागरूकता
केंद्र सरकार की सलाह- सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना जरूरी
भूषण ने राज्यों से कहा कि इन बीमारियों के संचरण को सीमित करने के लिए, श्वसन और हाथ की स्वच्छता के पालन के बारे में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि लोगों को लक्षण दिखने पर खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को किसी टिश्यू या कोहनी के सहारे ढकने के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए।
उन्होंने लोगों को लक्षण दिखने पर तुरंत सूचना देने के लिए कहा है।
वायरस
क्या हैं इंफ्लुएंजा H3N2 के लक्षण?
चिकित्सकों का कहना है कि इंफ्लुएंजा H3N2 से ग्रसित मरीजों को गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने की शिकायत होती है और यह वायरस तेजी से म्यूटेट हुआ है, जिसके कारण इसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है।
उनके मुताबिक, H1N1 की वजह से कई साल पहले महामारी फैली और H3N2 उसी वायरस का स्ट्रेन है, जो एक सामान्य इंफ्लुएंजा स्ट्रेन ही है। कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में यह संक्रमण फैल रहा है।
मामले
भारत में क्यों बढ़ रहे हैं वायरल बुखार के मामले?
भारत में जो बुखार के मामले बढ़ रहे हैं, इसके पीछे IMA ने H3N2 वायरस को जिम्मेदार बताया है, जो इंफ्लुएंजा A का ही एक प्रकार है।
IMA ने कहा कि अक्टूबर से फरवरी के बीच इंफ्लुएंजा और दूसरे वायरस की वजह से इस तरह का बुखार आना सामान्य है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा वायरस 4 तरह के होते हैं- A, B, C और D। इनमें से A और B वायरस एक विशेष सीजन में फैलते हैं।
स्थिति
देश में क्या है कोरोना महामारी की स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 440 नए मामले सामने दर्ज किए गए, जबकि संक्रमण से एक भी मौत नहीं हुई। देश में अब तक कुल 4,41,56,093 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि 5,30,781 मरीजों की मौत हुई है।
वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या 3,618 है, जबकि कोरोना वायरस वैक्सीन की 2.20 अरब खुराकें लगाई जा चुकी हैं।