दक्षिण एशिया और अफ्रीका में हर 10 में से एक अस्पताल में नहीं है बिजली- रिपोर्ट
क्या है खबर?
दुनियाभर में जहां कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारियों ने पैर पसार रखे हैं, वहीं आज निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में लोगों को आधुनिक चिकित्सा देखभाल सुविधाएं नहीं मिल रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) और सभी के लिए सतत ऊर्जा (SEforAll) की संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया और अफ्रीका में हर 10 में से एक अस्पताल में बिजली नहीं है। इससे करीब 100 करोड़ लोग परेशान हैं।
उद्देश्य
क्या है इस रिपोर्ट का उद्देश्य?
यह रिपोर्ट 'एनर्जाइजिंग हेल्थ: एक्सेलरेटिंग इलेक्ट्रिसिटी एक्सेस इन हेल्थकेयर फैसिलिटीज (स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं या अस्प्तालों तक बिजली की पहुंच) नाम से पेश की गई है।
इस रिपोर्ट का उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल में पर्याप्त और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति के लिए आवश्यक निवेश की योजना बनाना और सरकारों और विकास भागीदारों के लिए प्रमुख प्राथमिकता वाले कार्यों की पहचान करना है।
इससे सभी लोगों को गंभीर बीमारियों के खिलाफ आवश्यक चिकित्सा सुविधा मिल सके।
परेशानी
बिजली के बिना वाली स्वास्थ्य सुविधाओं से क्या हो रही परेशानी?
रिपोर्ट के अनुसार, गर्भवती महिलाओं के प्रसव से लेकर हार्ट अटैक जैसी आपात स्थिति से निपटने या जीवनरक्षक वैक्सीनेशन जैसी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए बिजली तक पहुंच बहुत महत्वपूर्ण होती है।
WHO का मानना है कि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में बिजली का न होना या पूरी तरह से बिजली आपूर्ति न होने से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज तक नहीं पहुंचा जा सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं में 24 घंटे बिजली होना बहुत ही आवश्यक है।
बयान
स्वास्थ्य सुविधाओं में बिजली का इस्तेमाल ला सकता है जीवन और मौत में अंतर- WHO
WHO में स्वस्थ आबादी के लिए सहायक महानिदेशक डॉ मारिया नीरा ने कहा, "स्वास्थ्य सुविधाओं में बिजली का उपयोग जीवन और मृत्यु के बीच अंतर कर सकता है।"
उन्होंने कहा, "स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए पूरी और सतत बिजली आपूर्ति न केवल महामारी की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने के साथ-साथ जलवायु लचीलापन और अनुकूलन बढ़ाने के लिए भी बहुत आवश्यक है।"
रिपोर्ट
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए क्यों जरूरी है बिजली?
रिपोर्ट के अनुसार, रोशनी और प्रशीतन के लिए संचार उपकरण या दिल की धड़कन और ब्ल्ड प्रेशर जैसे महत्वपूर्ण संकेतों को मापने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों के लिए बिजली की आवश्यकता होती है।
इनके नियमित और आपातकालीन प्रक्रियाओं दोनों में इस्तेमाल के लिए बिजली का होना बहुत जरूरी होता है।
ऐसे में बिजली की निर्बाध आपूर्ति होने से महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों को कीटाणुरहित करने के साथ उनका समय पर इस्तेमाल कर लोगों की मदद की जा सकती है।
हालात
अस्पतालों में बिजली को लेकर क्या है स्थिति?
रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ सुविधाओं में बिजली की आवश्यकता के बाद भी दक्षिण एशिया और उप-सहारा अफ्रीकी देशों में पत्येक 10 में से एक से अधिक अस्पतालों में बिजली नहीं है। इसी तरह अफ्रीका में 50 प्रतिशत अस्पतालों में बहुत कम बिजली आपूर्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य सेवाओं में बिजली मुहैया कराने की दिशा में प्रगति तो हुई है, लेकिन अभी भी करीब 100 करोड़ लोगों को बिना बिजली वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में जाना पड़ रहा है।
असमानताएं
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में है भारी असमानता
रिपोर्ट के अनुसार, इन देशों में बिजली आपूर्ति में गंभीर असमानताएं हैं। शहरी क्षेत्रों के अस्पतालों और सुविधाओं की तुलना में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं में बिजली की पहुंच काफी कम है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली की पहुंच सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का एक प्रमुख माध्यम है। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं में विद्युतीकरण को सरकारों को पहला लक्ष्य बनाना चाहिए। इसके बाद अन्य चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।