भारतीय सेना की बड़ी कार्यवाही, PoK में चार आतंकी कैम्प ध्वस्त, पांच पाकिस्तानी जवानों की मौत
आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए सीजफायर का उल्लंघन करना पाकिस्तान को बेहद महंगा पड़ गया है। भारतीय सेना पाकिस्तान की इस नाकाम हरकत का जबरदस्त जवाब देते हुए तोपों की मदद से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) स्थित आतंकवादी कैंपों पर गोले बरसाए। इसमें चार आतंकी कैंप ध्वस्त हो गए और पांच पाकिस्तानी जवानों की भी मौत हो गई। भारत में घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान ने सीमा के पास आतंकियों के ऐसे कई कैंप बना रखे हैं।
पाकिस्तान को महंगा पड़ा सीजफायर उल्लंघन
पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए थे दो जवान
दरअसल आज सुबह आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया था। पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में भारत के दो जवान शहीद हुए थे, जबकि एक नागरिक की मौत हुई थी। इसके अलावा तीन नागरिक घायल भी हुए थे। गोलीबारी में इलाके में स्थित घरों को भी नुकसान पहुंचा था। शहीद जवानों के नाम अभी सामने नहीं आए हैं।
भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 4-5 सैनिक मरे
पाकिस्तान की इस हरकत के जवाब में भारत ने तंगधार सेक्टर के सामने PoK में स्थित आतंकी कैंपों पर तोप से गोले बरसाना शुरू कर दिया। समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारत की इस जवाबी कार्रवाई में नीलम घाटी (PoK) स्थित चार आतंकी कैंप तबाह हो गए। इसके अलावा पाकिस्तान के 4-5 सैनिकों के मरने और कई के घायल होने की रिपोर्ट्स भी हैं।
जैश और लश्कर को भारत में आतंकी हमले का निर्देश दे चुका है पाकिस्तान
बता दें कि 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 पर भारत सरकार के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ असफलता हाथ लगने के बाद वह आतंक का रास्ता अपना रहा है। उसने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को भारत पर हमला करने के लिए निर्देश दिए हैं। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पास कैंपों में आतंकी इकट्ठे कर लिए हैं, जो भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं।
सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा था, घुसपैठ की फिराक में हैं 500 आतंकी
पिछले दिनों थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने भी इन खबरों की पुष्टि करते हुए कहा था कि करीब 500 पाकिस्तानी आतंकी भारत में घुसपैठ करने की फिराक में हैं। इसी कारण इस बार त्योहारों के मौसम में आतंकी हमले का खतरा भी ज्यादा है।