ओमिक्रॉन का खतरा: भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का निलंबन 31 जनवरी तक बढ़ाया
कोरोना वायरस के 32 म्यूटेंट वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट ने दुनियाभर को चिंता में डाल रखा है। भारत में इससे बचाव के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी बीच केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगी रोक को 31 जनवरी, 2022 तक बढ़ा दिया है। इससे पहले 26 नवंबर को सरकार ने घोषणा की थी 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध हटा लिया जाएगा और सामान्य सेवा बहाल होगी, लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है।
DGCA ने जारी किया यह आदेश
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से गुरुवार को जारी आदेश में कहा गया है, "26 नवंबर को जारी आदेश में आंशिक संशोधन के तहत सक्षम प्राधिकारी ने भारत से आने-जाने वाली निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 के रात 11:59 बजे तक बढ़ाने का फैसला लिया है।" आदेश के अनुसार, यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय मालवाहक और विशेष रूप से मंजूर उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
चुनिंदा मार्गों पर दी जा सकती विमानों के संचालन की अनुमति
DGCA के आदेश में कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी के द्वारा केस टु केस के आधार पर कुछ चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन की मंजूरी दी जा सकती है। ऐसे में विशेष आवश्यकता पड़ने पर कुछ उड़ानों का संचालन हो सकेगा।
भारत ने मार्च 2020 में किया था अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का निलंबन
बता दें कि सरकार ने कोरोना महामारी के कारण 23 मार्च, 2020 से देश में निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को निलंबित कर दिया था। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 और जुलाई 2020 से चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं। बता दें कि भारत का अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), फ्रांस सहित 31 देशों के साथ एयर बबल समझौता है।
सरकार ने सिंगापुर को 'जोखिम' श्रेणी वाले देशों की सूची से बाहर किया
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी गुरुवार को सिंगापुर को 'जोखिम' श्रेणी वाले देशों की सूची से बाहर कर दिया है। ऐसे में अब इस दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश से आने वाले यात्रियों को भारत में अतिरिक्त कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करना होगा। बता दें कि भारत ने पहले यूनाइटेड किंगडम सहित यूरोप के देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग, इजरायल और सिंगापुर को 'जोखिम' श्रेणी में रखा था।
जोखिम श्रेणी वाले देशों के यात्रियों पर बरती जा रही है सख्ती
बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए जोखिम श्रेणी वाले देशों से आने वाले यात्रियों का हवाई अड्डों पर RT-PCR टेस्ट किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं है। इसी तरह रिपोर्ट के निगेटिव आने पर भी उन्हें सात होम क्वारंटाइन किया जाता है और आठवें से 14वें दिन तक इन्हें अपने स्वास्थ्य पर नजर रखनी होती है। इसी तरह संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 9,419 नए मामले सामने आए और 159 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,46,66,241 हो गई है। इनमें से 4,74,111 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढकर 94,742 हो गई है। देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के भी 23 मामले सामने आ चुके हैं और इसके कारण तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है।