कोरोना संकट: भारत को मिल रही विदेशी मदद कहां जा रही है? सरकार ने बताया
क्या है खबर?
कोरोना संक्रमण के कारण बदतर हो चुके हालातों के बीच दुनिया के कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं।
हालिया दिनों में कई देशों ने दवाएं, वेंटिलेटर और दूसरे उपकरण भारत भेजे हैं।
अब केंद्र सकार ने राज्यों के बीच इनका वितरण शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक विदेशों से मिले 40 लाख आइटम 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 38 संस्थानों में भेजे जा चुके हैं।
बयान
वैश्विक समुदाय कर रहा मदद- मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि वैश्विक समुदाय कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार की मदद कर रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों में तात्कालिक जरूरतों को देखते हुए कई देशों ने सामान मुहैया कराए हैं। अब ये राज्यों को भेजे जा रहे हैं। यह मदद केंद्र सरकार की तरफ से दी जा रही सहायता से अलग है।
मंत्रालय ने बताया कि इस मदद का राज्यों के बीच समान वितरण किया जा रहा है।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई
विदेशों से भारत को क्या-क्या मदद मिल रही है?
मंत्रालय ने बताया कि विदेशों से मिली मदद में बाइपैप मशीन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, सिलेंडर, पल्स ऑक्सीमीटर, रेमडेसिवीर और फैविपिरेवीर जैसी दवाएं, PPE किट और मास्क आदि शामिल हैं।
जिन राज्यों तक अभी यह विदेशी मदद नहीं पहूंची है, उन्हें अगले कुछ दिनों में आने वाली मदद से कवर किया जाएगा।
मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी और HLL लाइफकेयर लिमिटेड भी इस वितरण प्रक्रिया में शामिल हैं।
कोरोना संकट
किन संस्थानों को भेजी गई मदद?
सरकार ने बताया है कि जिन संस्थानों को ये मदद भेजी जा रही है, उनमें दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नौ अस्पताल शामिल हैं। ये वो अस्पताल हैं, जहां पिछले कुछ दिनों से मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी महसूस की जा रही है।
इसके अलावा देशभर में बने 14 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा अन्य अस्पतालों और राज्यों के सरकारी अस्पतालों में विदेशों से मिली मदद को वितरित किया गया है।
कोरोना संकट
40 से अधिक देशों ने की है भारत की मदद
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण भारत इन दिनों अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है।
कई शहरों में हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि अस्पतालों में मरीजों को बिस्तर नहीं मिल रहे हैं और जिनको बिस्तर मिल गए, उन्हें मेडिकल ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही।
इस संकट की घड़ी में भारत की मदद के लिए 40 से अधिक देश आगे आए हैं। अधिकतर देश ऑक्सीजन से संबंधित उपकरण और जीवनरक्षक दवाइयां भेज रहे हैं।