क्या लखनऊ में छिपाई जा रहीं कोरोना मौतें? श्मशानों और सरकार के आंकड़ों में बड़ा अंतर
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों के आधिकारिक आंकड़ों और श्मशान घाटों के आंकड़ों में एक बड़ा अंतर सामने आया है।
सरकारी आंकड़ों में पिछले सात दिन में लखनऊ में कोरोना संक्रमण से 124 मौतें दिखाई गई हैं, वहीं इसी बीच श्मशान घाटों पर 400 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
ये अंतर सामने आने के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या राज्य सरकार मौतों को छिपा रही है।
आंकड़े
हर दिन जलाए जा रहे शवों की संख्या आधिकारिक मौतें से ज्यादा
सरकारी आंकड़ों में 13 अप्रैल को लखनऊ में 18 मौतें दिखाई गई हैं, जबकि श्मशान घाटों पर 86 कोरोना मृतकों के शव जलाए गए। इसी तरह 12 अप्रैल को सरकारी आंकड़ों में 21 मौतें दिखाई गईं, लेकिन श्मशानों में 86 शव चले।
11 अप्रैल को भी यही स्थिति रही और सरकारी आंकड़ों में 31 मौतों के मुकाबले श्मशानों में 57 शव जलाए गए। 10 अप्रैल को सरकार ने 23 मौत होने की बात कही, लेकिन श्मशानों में 59 शव जले।
अन्य दिन
7, 8 और 9 अप्रैल को भी सरकार और श्मशान घाटों के आंकड़ों में अंतर
इससे पहले के तीन दिनों के आंकड़ों में भी यही अंतर देखने को मिलता है। सरकार के अनुसार 9 अप्रैल को लखनऊ में कोरोना संक्रमण से 14 लोगों की मौत हुई, लेकिन श्मशानों में 47 शव जलाए गए।
8 अप्रैल को सरकार ने 11 मौतें दिखाईं, वहीं श्मशान पहुंचे शवों की संख्या 37 रही। 7 अप्रैल को सरकार और श्मशानों का आंकड़ा क्रमश: छह और 28 रहा।
इस तरह सात दिनों में सरकारी आंकड़ों में 276 मौतें कम दिखाई गईं।
भयावह स्थिति
श्मशान घाटों पर लगे शवों के ढेर, घंटों करना पड़ रहा इंतजार
स्थिति यह है कि लखनऊ के कई श्मशान घाटों पर शवों का ढेर लग गया है और लोगों को अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
शहर के भैंसाकुंड श्मशान पर पहले दिन में तीन-चार शव आते थे, लेकिन अभी यहां रोजाना 50-60 कोरोना मृतकों के शव आ रहे हैं।
भीड़ के कारण लोगों को अंतिम संस्कार के लिए टोकन बांटे जा रहे हैं और गोमती नदी के किनारे भी शवों को आग लगाई जा रही है।
सफाई
सरकार ने कहा- बाहरी जिलों और राज्यों के लोगों का भी किया जा रहा अंतिम संस्कार
उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कोरोना मौतों को छिपाने के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि पड़ोसी जिलों और राज्यों के लोगों का भी शहर में अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने NDTV से बात करते हुए कहा कि सरकार केवल अस्पतालों में हुई मौतों और पंजीकृत मौतों का आंकड़ा जारी करती है और इसमें घर पर हुई मौतें शामिल नहीं होती हैं।
कोरोना का कहर
लखनऊ और उत्तर प्रदेश में क्या है महामारी की स्थिति?
लखनऊ और उत्तर प्रदेश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं। लखनऊ में बुधवार को 5,433 नए मामले सामने आए और 14 लोगों की मौत हुई।
वही पूरे राज्य में बुधवार को 20,510 नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले हैं।
राज्य में अभी 1,11,835 सक्रिय मामले हैं और 9,309 लोगों की मौत हो चुकी है।