पश्चिम बंगाल: प्रशासन ने वोटर आईडी में लगाई कुत्ते की फोटो, व्यक्ति करेगा मानहानि का केस
वोटर आईडी को किसी भी व्यक्ति की पहचान व मतदान करने के लिए आवश्यक दस्तावेज के रूप में माना जाता है। हालांकि, वोटर आईडी में आए दिन गलत नाम, पिता का नाम और पता छपने की घटनाएं सामने आती रहती है। यहां तक की फोटो गलत होने की भी शिकायत की गई है, लेकिन अब पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन ने वोटर आईडी में आवेदक की फोटो की जगह कुत्ते की फोटो प्रकाशित करने का कारनामा कर दिया है।
जन्मतिथि सही कराने के लिए किया था आवेदन
यह मामला मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का ब्लॉक का है जहां विभिन्न बूथों में नए वोटर कार्ड बांटने का काम शुरू हुआ है। बेवा-II के रामनगर निवासी सुनील कर्मकार (64) ने भी अपने पुराने वोटर आईडी कार्ड में जन्मतिथि गलत होने पर उसे सही कराने के लिए आवेदन किया था। बुधवार को उन्हें भी उनका नया वोटर आईडी कार्ड मिला था। इस दौरान उसमें सभी जानकारी सही थी, लेकिन उसकी फोटो की जगह कुत्ते की फोटो लगी हुई थी।
कुत्ते की फोटो लगाए जाने से आग-बबूला हो गया आवेदक
जिला प्रशासन की ओर से वोटर आईडी कार्ड में आवेदक सुनील की फोटो की जगह कुत्ते की फोटो लगाने से वह गुस्से से आग-बबूला हो गया। उसने जब अपने जानकार और दोस्तों को कार्ड दिखाया तो उन्होंने जमकर मजाक उड़ाया। उन्हें यह कहकर चिढ़ाया गया कि प्रशासन ने उन्हें कुत्ता बना दिया। इससे उसके दिल को बड़ी ठेस लगी है। आवेदक ने कहा कि प्रशासन ने कुत्ते की फोटो लगाकर लोगों को उसका मजाक बनाने का मौका दिया है।
आवेदक ने किया चुनाव आयोग के खिलाफ मानहानि का दावा करने का निर्णय
वोटर आईडी कार्ड में खुद की जगह कुत्ते की फोटो लगाए जाने से नाराज आवेदक सुनील ने चुनाव आयोग के खिलाफ मानहानि का दावा करने का निर्णय किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका कार्ड जारी करने से पहले जिस अधिकारी ने उस पर हस्ताक्षर किए थे। उसने भी कार्ड की जांच किए बिना ही उसे जारी कर दिया। यह विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करता है। प्रशासन की इस गलती से उनके सम्मान को ठेस पहुंची है।
विकास अधिकारी ने यह दी सफाई
फरक्का के विकास अधिकारी राजर्षि चक्रवर्ती ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि मामला प्रकाश में आते ही उन्होंने इसकी जांच कराई है। पुराने कार्ड में संशोधन के दौरान यह गलती हुई है। इसे जल्द ही ठीक कराया जाएगा। ओवदक सुनील को अप्रैल में नया कार्ड जारी किया जाएगा। जिसमें किसी भी प्रकार की गलती नहीं होगी। उन्होंने संभावना जताई कि ऑनलाइन आवेदन के समय ही आवेदन करने वाले ने गलत फोटो अपलोड कर दी होगी।
कुत्ते की फोटो देखने के बाद भी कर्मचारियों ने नहीं बदली
वोटर आईडी की त्रुटियों में संशोधन करने वाली टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि वास्तव में यह गलती पहले देख ली गई थी, लेकिन पता नहीं बिना ठीक किए कैसे रह गई। उन्होंने बताया कि उन्होंने कार्ड के प्रिंट होने से पहले ही उस पर कुत्ते की फोटो देख ली थी। वह आवेदक के घर जाकर दूसरी फोटो भी लाए थे, लेकिन पता नहीं फोटो बदले बिना ही कार्ड कैसे प्रिंट हो गया।
CAA के भय के चलते नया कार्ड बनवा रहे लोग
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के भय के चलते राज्य में लोग कार्ड की गलतियों को ठीक कराने सहित अन्य कारणों से नया कार्ड बनवा रहे हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ महीनों में 22 विधानसभा क्षेत्रों में ढाई लाख नए मतदाताओं सहित करीब 10 लाख लोगों ने नए वोटर आईड कार्ड बनाने के लिए आवेदन किया है। कार्ड की अधिकता के कारण भी गलत फोटो प्रकाशित हो सकती है।